सागर

कर्मचारियों में आक्रोश, मांगें न मानी तो रेल रोकने की दी चेतावनी

मांगों को लेकर रेलवे यूनियन ने की सभा

सागरSep 22, 2018 / 09:59 am

sunil lakhera

Do not accept demands rail warnings Rail union

सागर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन शाखा सागर के आह्वान पर रनिंग कर्मचारियों की मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन पर स्थित चालक परिचालक लॉबी के सामने सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान रेल प्रशासन एवं रेल मंत्रालय के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और रेल रोकने तक की चेतावनी दे दी। यूनियन के शाखा सचिव नवीन तिवारी ने बताया कि वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के आव्हन पर पश्चिम मध्य रेलवे की समस्त लॉबियों के समक्ष इस प्रकार की द्वार सभा का आयोजन किया जा रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे में रनिंग स्टाफ हाहाकार दिवस मनाया जा रहा है, जो 20 सितंबर से 30 सितंबर तक चलेगा। 10 दिनों तक रोज लाबियों के समक्ष इसी प्रकार द्वार सभा आयोजित की जाएगी औऱ रेलवे बोर्ड के विरुद्ध नारेबाजी की जाएगी। यूनियन के पदाधिकारी महेन्द्र कुर्मी औऱ राजेश पटेल ने बताया कि रेलवे बोर्ड रनिंग कर्मचारियों की जायज मांगों जैसे माइलेज रेट एलीव माइलेज एरिस्क अलाऊंस पर पिछले दो सालों से कोई निर्णय नही ले रहीं है, जिससे देश के तमाम रनिंग कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
रेल रोकने की दी चेतावनी
मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो यूनियन रेल का ***** रोकने से भी पीछे नहीं हटेगी। द्वार सभा में यूनियन पदाधिकारी पीके कौरव, राकेश मीना, देवेन्द्र तिवारी, संजीव कुमार सिंह, आरएस पाल, अमित राजपूत, अयोध्या प्रसाद, विनोद रजक, आरएस पांडे, छविराम, संजय शर्मा, विनोद अहिरवार, जगमोहन मीना, अमित राठौर , कैलाश नारायण, राहुल तिवारी , छुट्टन लाल मीणा, जीतपाल मीणा, विनय शर्मा , बलीराम पंडित , हरीभजन मीणा सहित कई रनिंग कर्मचारी उपस्थित थे।

दस्तावेज की कमी के चलते १५१ अध्यापक संविलियन से वंचित- अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन के लिए चल रही प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिले के कुल 7544 अध्यापकों ने संविलियन के लिए ऑनलाइन आवेदन किए थे। इनमें से 7390 को पात्र बताया गया है, जबकि मात्र 3 अध्यापक ही अपात्र निकले हैं। सूची में शामिल 151 ऐसे अध्यापक भी हैं, जिन्हें लंबित अथवा वंचित दर्शाया गया है। दस्तावेजों की कमी के कारण ऐसा किया गया है। यह फिलहाल न तो पात्र हैं और नहींअपात्र। अपात्र और लंबित की श्रेणी में आने वाले अध्यापकों के पास शनिवार को अंतिम मौका है कि वे अपनी दावा-आपत्ति पेश कर सकेंगे। इसके बाद तुरंत ही उनका मौके पर ही निराकरण कर दिया जाएगा। यह सुविधा भी दी गई है कि यदि एजुकेशन पोर्टल काम नहीं करता है तो शनिवार को ही ऑफलाइन माध्यम से भी डीईओ ऑफिस में लिखित में दावा-आपत्ति संपूर्ण दस्तावेजों के साथ पेश की जा सकती है।

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