सागरPublished: Oct 18, 2019 08:52:29 pm
sachendra tiwari
2 अक्टूबर 2017 से शुरू की थी यात्रा
Doing a cycle trip of forty thousand kilometers
बीना. तमिलनाडु निवासी रासे राजन भारत की चालीस हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर रहे हैं और वह सागर, खुरई होते हुए गुरुवार की रात बीना पहुंचे। साइकिल यात्रा से लोगों को पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक तो कर ही रहे हैं, साथ ही वह अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहते हैं। यात्रा के दौरान वह स्कूल, कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को साइकिल चलाने से होने वाले फायदे भी बता रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह वह उत्कृष्ट स्कूल पहुंचे और विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि साइकिल यात्रा का उद्देश्य पेट्रोल बचाओ, पर्यावरण बचाओ है। दैनिक गतिविधियां जैसे बाजार, स्कूल, कार्यालय, मंदिर सहित अन्य जगहों पर जाने के लिए साइकिल का उपयोग करना चाहिए। इससे ट्रैफिक की समस्या से तो निजात मिलेगा ही साथ ही रोजाना दस किलोमीटर साइकलिंग करने से मधुमेह बीमारी और मोटापे से बच सकते हैं। साइकिल चलाने से शहर, कस्बा को वायु प्रदूषण से मुक्त भी रखा जा सकता है। साइकिल चलाने से व्यायाम होता है और इससे व्यक्ति स्वस्थ रहता है। प्राचार्य एसपी तिवारी ने भी विद्यार्थियों से अधिक से अधिक साइकिल का उपयोग करने के लिए कहा। शहर के अन्य लोग भी रासे से मिलने के लिए पहुंचे।
33 हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं पूरी
रासे ने बताया कि उन्होंने साइकिल यात्रा 2 अक्टूबर 2017 को सेलम तमिलनाडु से शुरू की थी और यात्रा का समापन 30 नवंबर 19 को सेलम में ही होगा। बीना तक वह करीब 33 हजार किलोमीटर की यात्रा शुरू कर चुके हैं। बीना से रासे राजन चंदेरी, शिवपुरी, ग्वालियर होते हुए राजस्थान जाएंगे।