सागरPublished: Jun 08, 2019 09:14:06 pm
sachendra tiwari
ग्राम रामपुर, सिरोंजीपुर में जलस्तर गिरने से परेशान थे लोग
Dry water sources, thirsty extinguished by private tubewells
बीना. ग्राम रामपुर और सिरोंजीपुर में जलस्तर गिर जाने के हैंडपंप, कुओं ने दम तोड़ दिया है, जिससे ग्राम में जलसंकट गहराने लगा था। लोगों की परेशानियों को देखते हुए गांव में निजी ट्यूबवेलों से पानी देकर ग्रामीणों की प्यास बुझा रहे हैं। यही नहीं गांव से निकली नदी को भी भर दिया है, जिससे मवेशी प्यास बुझा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी आते ही गांव में जलसंकट गहरा जाता है। हैंडपंप बंद हो जाते हैं और कुआं में भी पानी नहीं रहता है। गांव की नलजल योजना भी कई वर्षों से बंद पड़ी है। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए स्कूल के पास रविन्द्र तिवारी, अशोक पंथी द्वारा ट्यूबवेल से पानी दिया जा रहा है। सुबह-शाम दो-दो घंटे मोटर चलाई जाती है, जिससे रामपुर, सिरोंजीपुर के करीब दो हजार लोगों को पानी मिलता है। इन्हीं ट्यूबवेलों का पानी नदी में पहुंचता है, जिससे नदी भर गई है। नदी का पानी बम्होरी गांव तक पहुंच गया है। नदी में करीब एक किलोमीटर के दायरे में पानी भरा हुआ है। नदी में पानी रहने से करीब चार हजार मवेशियों को पानी मिल रहा है। यदि निजी ट्यूबवेलों से पानी न दिया जाए ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हो जाएंगे। श्रीराम मंदिर के पास ग्रामीण टोनी तोमर द्वारा भी ट्यूबवेल से पानी ग्रामीणों को दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि निजी ट्यूबवेल से पानी नहीं दिया जा रहा होता तो बूंद-बूंद पानी को तरस जाते। साथ ही पानी के बदले कोई शुल्क भी नहीं लिया जाता है।
नदी में पानी भरने से चालू हो गया हैंडपंप
ग्राम रामपुर में एक हैंडपंप कई दिनों से बंद पड़ा था, लेकिन नदी में लगातार पानी भरने के कारण एक हैंडपंप में पानी आ गया है। जिससे अब ग्रामीण इस हैंडपंप का भी उपयोग करने लगे हैं। गांव के सिर्फ दो हैंडपंप चालू हैं।
नदी का कराया था गहरीकरण
एक तरफ जहां देखरेख के अभाव में नदियां खत्म होती जा रही हैं वहीं ग्राम रामपुर की सिलार नदी को ग्रामीण बचाए हुए हैं। कुछ वर्ष पूर्वनदी का गहरीकरण कराया गया था, जिससे उसमें बारिश का पानी ज्यादा से ज्याद संरक्षित किया जा सके।