सामंजस्य नहीं होने से वापस पुरानी दरों पर ही लिया जाने लगा किराया, बस मालिकों ने बढ़ाया था किराया
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमत

बीना. पिछले एक महीने में डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है। जिसके कारण ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी इसका असर दिखाई दे रहा है। जिस वजह से लोगों की जेब पर भी बोझ पड़ रहा है। गौरतलब है कि एक माह में पेट्रोल, डीजल की कीमतें बढ़ी है। जिसके कारण पिछले दिनों बस मालिकों ने भी किराया बढ़ा दिया था, लेकिन बस मालिकों में आपस में सामंजस्य नहीं होने के कारण बढ़ाया गया किराया फिर से पुरानी दरों पर ही लिया जाने लगा है। जिसके कारण बस संचालकों को नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। ईंधन की कीमत बढऩे के कारण घाटे को कवर करने के लिए बीना से सभी दिशाओं में चलने बाली बसों में किलोमीटर के अनुसार किराया बढ़ा दिया गया था, लेकिन कुछ बसों में पुरानी दर से किराया लिया जा रहा था, जिस वजह से जिन बसों में किराया बढ़ाया गया, उनमें बस कंडक्टर और यात्रियों में विवाद भी होने लगे थे, इसके बाद फिर से पुरानी दर से किराया लिया जाने लगा है। ट्रांसपोर्ट संचालकों ने भी माल भाड़ा बढ़ा दिया है, जिससे आमजन तक पहुंचने वाले सामान के रेट भी बढ़े हैं।
बस संचालकों ने कहा लॉकडाउन के घाटे से नहीं उभर सके
बस संचालकों का कहना है कि पहले लॉकडाउन और उसके बाद भी बसें बंद होने के कारण काफी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई हो पाना मुश्किल है। इसके बाद अब डीजल के रेट बढ़े है, जिससे नुकसान हो रहा है।
ऑटो चालक ले रहे मनमर्जी से किराया
गिनी चुनी टे्रनें चलने के कारण ऑटो चालकों को स्टेशन जाने के लिए पर्याप्त सवारियां नहीं मिल रही हैं। जिसके कारण वह शहर व शहर के बाहर भी ऑटो ले जा रहे हंै, लेकिन वह इसके लिए यात्रियों से मनमाफिक किराया वसूल रहे हैं, क्योंकि ऑटो चालकों को भी ईंधन के दाम बढऩे से नुकसान हो रहा है।
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