सागरPublished: Jun 24, 2019 09:30:47 pm
anuj hazari
यात्रियों ने की पर्याप्त शेड बनवाने की मांग
Due to the small shade at this station forced passengers to stand in the sun
बीना/मंडीबामोरा. चारों प्लेटफॉर्म में छोटे-छोटे शेड के कारण रोजाना सैकड़ों यात्रियों को धूप में खड़े रहना पड़ता है। प्लेटफॉर्म पर उन्हें सिर छिपाने तक को जगह नहीं मिल रही है। जानकारी के अनुसार मंडीबामोरा स्टेशन पर 28 ट्रेनों के स्टॉपेज से रेलवे को रोजाना औसतन सवा लाख रुपए की आमदनी होती है, लेकिन फिर भी यहां यात्रियों को मूलभूत सुविधाओं की कमी बनी हुई है। शेड के अभाव में कई रेलयात्री धूप व लू के बीच अपनी ट्रेन का इंतजार करते हैं। इसके बाद भी रेलवे यहां पर्याप्त शेड की व्यवस्था नहीं कर रहा है। इसके साथ ही रेलवे पूरे गर्मी के सीजन में ठंडा पानी भी यात्रियों को मुहैया नहीं करा सका है। रेलवे के ट्यूबवेलों के दम तोड़ देने के बाद टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है, जिससे कभी-कभी तो प्लेटफॉर्मों के नलों में सादा पानी तक नहीं आता है। हालांकि इस दौरान मानव सेवा समीति ने काफी मशक्कत करके ट्रेनों यात्रियों के गल तर कराए, जिससे यात्रियों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। वहीं नवनिर्मित प्लेटफॉर्म क्रमांक चार पर तो शेड ही नहीं बनाया गया है, जिससे यहां पूरे प्लेटफॉर्म पर सभी यात्री ही धूप में खड़े रहकर ट्रेनों का इंतजार करते हैं। करीब 900 मीटर लम्बे तीन प्लेटफॉर्म पर कुछ छोटे-छोटे शेडों में यात्री नहीं बन पाते हैं। यात्रियों और अपडाउनर्स ने कई बार गर्मी में धूप व बरसात में पानी से बचने के लिए चारों प्लेटफॉर्म पर पर्याप्त शेड बनवाने की मांग कर चुके हैं।