आचार्य श्री ने कहा कि सूर्य के उदय के साथ ही कमल खिलता है और सूर्य अस्त होने पर कमल बंद हो जाता है कमल अकाल में कभी नहीं खिलता है। कमल का नियम है जब तक सूर्य है तब तक ही खाऊंगा पी लूंगा बाद में निशाचर नहीं बनूंगा। उन्होंने कहा कि सब्जियों में तेज के पत्ते ज्यादा डालने से पेट की पाचन शक्ति में तकलीफ होती है क्योंकि प्रकृति में रहने वाले जीव की एक सी प्रकृति रहती है। पक्षियों में सिर्फ कौवा एक ऐसा पक्षी होता है जो रात में बोलता है बाकी कोई पक्षी रात में नहीं बोलते हैं। आचार्यश्री के प्रवचन के पूर्व मुनिश्री सौम्य सागर महाराज ने कहा कि भावों की यात्रा का माध्यम भाषा है उन्होंने कहा आचार्य श्री के आशीर्वाद से 5 प्रतिभास्थली स्कूल देश में चल रहे है। पहले वहां अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होती थी लेकिन अब हिंदी माध्यम से पढ़ाई हो रही है। वहां पर पहले लोगों को लगा कि हिंदी में पढ़ाने से कुछ नुकसान होगा लेकिन आज स्थिति यह है स्कूलों में छात्राओं को एडमिशन नहीं मिल पा रहे हैं क्योंकि आजकल लोग संस्कारित शिक्षा बच्चियों को मिले इसके लिए प्रतिभास्थली जैसे स्कूलों का चयन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां हम सब लोगों का चिंतन खत्म होता है उससे कई गुना बाद आचार्य श्री का चिंतन शुरू होता है।
मंत्री राजपूत ने लिया आशीर्वाद मध्य प्रदेश शासन के राजस्व और परिवहन राज्य मंत्र मंत्री गोविंद राजपूत ने भाग्योदय तीर्थ पहुंचकर आचार्य श्री को श्रीफल समर्पित कर दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर आचार्य श्री ने कहा कि मौका मिला है तो अच्छे काम करना राजपूत ने कहा कि गुरुदेव अच्छे काम ही करने का मन है। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुनील जैन, सुधा जैन ,न्यायाधीश एमके जैन, प्रेरणा जैन , डीएसपी अक्षय जैन और ऋचा जैन, उपनिरीक्षक नीरज जैन, प्रीति जैन, सहित सर्वतो भद्र जिनालय के ट्रस्टी महेश बिलहरा,मुकेश जैन ढाना,सुरेंद्र जैन मालथोन, राकेश जैन पिडरुआ,आनंद जैन स्टील, देवेंद्र जैन स्टील, ऋतुराज जैन आदि उपस्थित थे।