…और जिंदा खड़ा हो गया वृद्ध, ये है पूरा मामला
बताया गया है कि छतरपुर जिले के नौगांव निवासी 72 वर्षीय वृद्ध किशन पिता काशीराम सोनी को 14 जून को लावारिस हाल में पड़े मिलने के बाद किसी व्यक्ति द्वारा बीना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसके साथ कोई नहीं होने की स्थिति में एक अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। गुरुवार की रात स्टाफ से जानकारी मिलने के बाद ड्यूटी डॉक्टर अविनाश सक्सेना किशन को देखने पहुंचे थे। जहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद किशन को मृत घोषित कर दिया था। साथ ही रात करीब 9 बजे किशन के मरने का मेमो पुलिस को भी भेजा गया था। इधर किशन की मौत के बाद वार्ड में ही उसके शव को रखा गया था। वहीं बाहर से बंद कर दिया गया था।
पोस्टमॉर्टम के पहले किशन हो उठा जीवित
रात में किशन के मरने का मेमो मिलने के बाद बीना थाना पुलिस सुबह 9 बजे के बाद अस्पताल पहुंची। थाना प्रभारी अनिल मौर्य भी मौके पर पहुंचे। यहां पुलिस ने शव को उठाने के लिए जैसे ही लोगों से कहा तो वृद्ध के शरीर में हरकत होती नजर आई। जिससे सभी हैरत में रह गए। कुछ लोग तो डर भी गए। अचानक से मृतक जीवित हो गया। उसके हाथ-पैर चलने लगे और वह रोने भी लगा। पूछा भी कहां ले जा रहे हो, अभी रुको। इतना सब होने के बाद सभी आश्चर्य में पड़ गए। तत्काल ही डॉक्टर्स को सूचना भेजी गई। नर्सिंग स्टाफ ने वृद्ध का दोबारा से उपचार भी शुरू कर दिया। आधा घंटे तक उपचार भी हुआ।
फिर थंम गईं सांसे, पोस्टमॉर्टम भी हुआ
वृद्ध किशन मरने के बाद भी जीवित हो चुका था। उसके साथ कोई परिजन तो नहीं था, जो खुशियां मनाकर ईश्वर का धन्यवाद दे सकें, लेकिन जिसे भी पता चला वह भगवान को शुक्रिया करता नजर आया। हालांकि, करीब आधा घंटे बाद किशन ने फिर दम तोड़ दिया। इस बार किस्मत ने भी उसका साथ नहीं दिया। दोबारा मृत घोषित होने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। साथ ही मर्ग कायम किया है। मृतक के शव को भी लेने फिलहाल कोई नहीं पहुंचा है।
लापरवाही या कुदरत का खेल
नाइट् ड्यूटी रहने के कारण डॉ. अविनाश सक्सेना दिन में आराम लेते रहे। जिस कारण से उनसे विस्तृत चर्चा नहीं हो सकी है। मरने के बाद भी जीवित होने और दोबारा मरने के मामले पहले भी अनेक बार चुके है और बाद में ऐसे अधिकांश मामलों में दोबारा मौत ही हाथ लगी है। जिसका कोई वैज्ञानिक कारण बताया गया है। यह मामला लापरवाही की श्रेणी में भी आ सकता है, लेकिन रात और सुबह तक भी वृद्ध के शरीर में कोई हरकत नहीं होने की बात बताई जा रही है। क्योंकि, जिस हाल में रात में शव रखा गया था, वैसे ही मिला था। मौत के 10 घंटे बाद अचानक आधा घंटे के लिए वृद्ध के जीवित होने की खबर जिसे भी लगी, जानकारी जुटाता नजर आया।