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Election 2019 Madhya Pradesh जैन समाज की ओर से चुनाव लड़ेगा प्रत्याशी, जानिए कैसा होगा गणित

locationसागरPublished: Apr 22, 2019 02:23:24 pm

Submitted by:

manish Dubesy

रविवार देर रात बैठक में लिया निर्णय: कल भरा जाएगा नामांकन

Election 2019 Madhya Pradesh

Election 2019 Madhya Pradesh

सागर. लोकसभा चुनाव में जैसे ही भाजपा ने संसदीय क्षेत्र सागर के लिए अपने प्रत्याशी के रूप में राजबहादुर सिंह के नाम की घोषणा की तो भाजपा समेत सामाजिक संगठनों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। रविवार देर रात जैन समाज लामबंद हुआ और उन्होंने एक बैठक के रूप में अपनी रणनीति तैयार की। बैठक में शहर के करीब 48 मंदिरों के पदाधिकारियों के साथ समाज के वरिष्ठ लोग उपस्थित रहे जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सागर संसदीय क्षेत्र से मुकेश जैन ढाना जैन समाज का प्रतिनिधित्व करेंगे। बैठक में करीब 300 लोग उपस्थित रहे, जबकि यह बैठक देर रात बुलाई गई थी। जिसमें जिले के अन्य अंचलों के पदाधिकारी उपस्थित नहीं हो सके।
सामान्यत: यह सर्वविदित है कि जैन समाज भाजपा समर्थक रहा है। सागर विधानसभा क्षेत्र को देखें तो पिछले करीब 25 सालों से जैन समाज का प्रतिनिधि जैन समाज एकजुट होकर ही कर रही है। समाज अब लोकसभा चुनाव में की गई उनकी उपेक्षा को गंभीरता से ले रही है। सागर लोकसभा सीट को लेकर जैन समाज के साथ कई अन्य समाजों के नेता भी प्रतिनिधित्व कर रहे थे। यादव, ब्राह्मण समेत अन्य समुदाय के लोगों में खासा आक्रोश है जो कि भाजपा दल से ही अपने अपने समाज को लेकर प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इसमें जैन समाज के अलावा ब्राम्हण समाज भी असंतुष्ट नजर आ रही है।
भोपाल से लेकर दिल्ली पहुंच चुका मामला: लोकसभा चुनाव को लेकर मची उथल-पथल को लेकर भले ही राजनीटिक दल यह सोच रहे हैं कि उनके लिए नुकसान नहीं हैए लेकिन यह बात हकीकत है कि सबसे ज्यादा इसका नुकसान एक पार्टी विशेष को है। जैन समाज और सामान्य वर्ग का वोट बैंक अन्य प्रत्याशियों की तुलना में कहीं ज्यादा मायने रखता है।

सामान्य होगी परिस्थितियां
सागर संसदीय क्षेत्र से तो ठाकुरों के आमने सामने होने से जहां टशन की स्थिति है और अन्य समाज के लोग निर्णायक भूमिका में है। ऐसे में जैन समाज का प्रतिनिधि यदि मैदान में होता है तो फिर पूरे संसदीय क्षेत्र का समीकरण बिगडऩा तय है। हालांकि जैन समाज रविवार की देर रात बैठक के बाद नामांकन प्रक्रिया खत्म होने तक अपने प्रतिनिधि को यथावत रखने की बात कह रही है।

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