– पांच माह बाद भी नहीं हुए कनेक्शन
सितंबर माह में फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद कई जगह तो कंपनी ने आनन-फानन में कनेक्शन कर दिए थे, लेकिन शहर से लगा मकरोनिया नगर पालिका के वार्ड नंबर-१ सेमराबाग में पांच माह बाद भी दर्जन भर से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। जबकि हर माह बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को आंकलित खपत के बिल थमा रही है। कंपनी की यह लापरवाही पहले भी उजागर हो चुकी है। जिसमें यह बात भी सामने आई थी कि योजना के तहत काम कर रहे ठेकेदार के कर्मचारी उपभोक्ताओं से कनेक्शन करने के एवज में रुपयों की मांग कर रहे हैं।
– 50 यूनिट दिखा रहे खपत
बिजली कंपनी गरीब उपभोक्ताओं पर दोहरा बोझ तो डाल रही है। इसके अलावा इनको दिए जा रहे बंद मीटर के बिजली बिलों पर बकायदा 50 यूनिट की एक माह की खपत भी दर्शाई जा रही है। हैरत की बात तो यह है कि जब मीटर में कनेक्शन जोड़ा ही नहीं गया है तो 50 यूनिट की खपत किस आधार पर बताकर बिजली बिल थमाए जा रहे हैं।
– यहां सामने आ चुके मामले
जुलाई 2018 में जिले को पूर्ण इलेक्ट्रिफाइड घोषित कर दिया गया था। इसके बाद सितंबर 2018 में राहतगढ़, ढाना, शाहपुर और शहर से लगे मकरोनिया नगर पालिका के वार्ड नंबर-1 सेमराबाग में एेसे दर्जनों मामले सामने आए। इसमें राहतगढ़, ढाना व शाहपुर के उपभोक्ताओं को दो-तीन माह से बिल थमाए जा रहे थे, जिनके घर में मीटर तो लगा है, लेकिन कनेक्शन नहीं जोड़ा गया, जबकि सेमराबाग में तो केवल आवेदन करने पर ही बिल जारी कर दिए गए थे। जबकि उपभोक्ता के यहां अभी तक न मीटर लगा है और न ही कनेक्शन दिया गया है।