सागरPublished: Sep 07, 2018 08:57:56 pm
anuj hazari
अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान तो घट सकती है घटना
Electricity company’s office operating in Jargar Bhawan, may be accident
बीना. शहर के बिजली कंपनी के कई ऑफिस जर्जर भवनों में संचालित हो रहे हैं, जिसके कारण किसी भी दिन यहां पर हादसा हो सकता है, लेकिन संबंधित अधिकारियों को इस बात से कोई सरोकार नहीं है जैसे वह किसी हादसा होने का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि शहर में बिजली कंपनी का ऑफिस कई साल पुराना है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसमें जगह-जगह से दरारें आ चुकी हैं वहीं ऑफिस के ऊपर छाए खप्परों पर पौधे तक उग आए हैं, जिन्हें कभी हटाया नहीं गया है। इन ऑफिसों का मेंटेनेंस कराना भी अधिकारियों ने उचित नहीं समझा है, जिससे कभी भी घटना हो सकती है। बिजली कंपनी हर महीने लाखों रुपए कमाती है, लेकिन वह इसका कुछ हिस्सा अपने ऑफिस में भी नहीं लगा रहे हैं। कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद जर्जर बिल्डिंग में जगह-जगह से पानी टपक रहा है, जिससे दीवारें भी ढहने की स्थिति में हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों का किया जाता है बिल जमा
बिजली कंपनी के प्रांगण में स्थित इन पुरानी बिल्डिंगों में अभी आगासौद का ऑफिस संचालित किया जा रहा है। जहां पर ग्रामीण क्षेत्रों से लोग बिजली बिल जमा करने के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें हरदम जान का खतरा इस बिल्डिंग से बना रहता है। इतना ही नहीं दूसरा आरईएस का ऑफिस भी जर्जर बिल्डिंग में संचालित हो रहा है जो किसी भी दिन ढह सकता है। इन ऑफिस में करीब दस कर्मचारी काम करते हैं जो किसी दिन इस बिल्डिंग की चपेट में आ सकते हैं। जबकि विभाग के लिए इस स्थिति में बारिश के पहले मेंटेनेंस करा लेना चाहिए।
इनका कहना है
सिविल विभाग काम मेंटेनेंस का रहता है। पिछले वर्ष भी मेंटेनेंस का कार्य कराया गया था, विभाग को पत्र लिखकर इस वर्ष भी मेंटेनेंस कराएंगे।
नितिन डहरिया, डीई, बीना