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video: कच्चे मकानों में आई नमी, गंदगी के बीच रहने मजबूर, नहीं मिला पीएम आवास का लाभ

locationसागरPublished: Sep 09, 2019 11:19:08 am

Submitted by:

sachendra tiwari

ग्राम गुरयाना का मामला

Eligible beneficiaries are not getting the benefit of PM Awas Yojana

Eligible beneficiaries are not getting the benefit of PM Awas Yojana

बीना. ग्राम गुरयाना में गरीब लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, जिससे वह कच्चे मकानों में रहने मजबूर हैं। बारिश में मकानों की स्थिति ऐसी हो गई है कि वहां रहना तो दूर बैठने भी जगह नहीं है। इसके बाद भी पंचायत द्वारा उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
ग्राम में रहने वाले एससी, एसटी के लोगों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला है। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच ने पंचायत के परसोरा गांव में तो प्रधानमंत्री आवास का लाभ लोगों का दिया गया है, लेकिन गुरयाना में लाभ नहीं दिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद गत दिवस पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदरसिंह ने लोगों के घरों की स्थिति देखी जो बहुत ही खराब है। बारिश के बाद कच्चे मकानों के फर्स में इतनी नमी आ गई है कीचड़ बन गया है। इसी के बीच लोग रह रहे हैं। रतन अहिरवार ने बताया कि कच्चे मकान में रह रहे हैं, लेकिन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है और सरपंच द्वारा आवास स्वीकृत कराने दस हजार रुपए की मांग की जा रही है। क्रांति आदिवासी ने बताया कि पूरा घर में नमी होने के कारण रहना मुश्किल है और जब सरपंच से पक्का आवास बनाने की मांग की तो वह रुपयों की मांग कर रहे हैं। यदि रुपए होते तो स्वयं ही मकान बना लेते। कनई आदिवासी का घर कच्चा होने के कारण रहने के लिए जगह नहीं बची है, जिससे वह गांव से दूसरे जगह काम करने चला गया है। गांव के अजब धानक, कोमल धानक, गजराज आदिवासी सहित गांव में ऐसे कई हितग्राही हैं जिन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण अब इसकी शिकायत अधिकारियों से करने की बात कह रहे हैं।
बीमार हो रहे लोग
घरों में नमी आ जाने के कारण मच्छर की भरमार है और बच्चों सहित परिवार के लोग बीमार हो रहे हैं। साथ ही रात में यहां जहरीले कीड़े भी निकलते हैं, जिससे ग्रामीणों को डर बना रहता है।
सूची में नहीं है नाम
ग्राम गुरयाना में 2011 की सूची में सिर्फ चार आवास स्वीकृत हुए थे। इसके अलावा अन्य हितग्राहियों के नाम नहीं है। अब फिर से सर्वे कराया गया है और पोर्टल पर नाम आते ही योजना का लाभ दिया जाएगा। मेरे द्वारा किसी से भी रुपयों की मांग नहीं की गई है।
उद्देत अहिरवार, सरपंच, ग्राम पंचायत गुरयाना

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