सागरPublished: Sep 20, 2018 02:52:01 pm
Samved Jain
प्रबंधन ने खरीदी सीटी स्केन मशीन, टेस्टिंग के बाद शुरू होगी मशीन
The impact of BMC District Hospital Merger still persists
सागर. जिला अस्पताल के ट्रामा यूनिट में शुरू हुई केज्युल्टी में नई सीटी स्कैन मशीन आ चुकी है। यह मशीन यहां बनाए गए इमरजेंसी केयर यूनिट के लिए है। अभी इसकी टेस्टिंग होना बाकी है। वहीं, इस यूनिट के लिए प्रबंधन ने मॉनीटर, ईसीजी मशीन सहित अन्य उपकरणों की खरीदी के लिए ऑर्डर जारी कर दिए हैं। इस वार्ड का इंजार्च भी डॉ. डीके गोस्वामी को बनाया है। रात में यहां पर एक डॉक्टर की तैनाती भी की गई है। बता दें कि शासन ने ट्रामा यूनिट शुरू करने की मंजूरी काफी समय पहले दे दी थी, लेकिन अभी तक उपकरणों की मंजूरी नहीं मिली है। डी-मर्जर खत्म होने के बाद इस यूनिट का उपयोग इसी वजह से कैज्युल्टी के रूप में किया जा रहा है।
नए सिरे से भेजा प्रस्ताव- ट्रामा यूनिट शुरू करने को लेकर भी प्रबंधन ने नए सिरे से शासन को एक पत्र भेजा है। इसमें विशेषज्ञों की तैनाती से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ की मांग की है। वहीं दो करोड़ के उपकरणों की भी मांग की है। जानकारी के अनुसार मर्जर के कारण यह यूनिट शुरू नहीं हो पाई थी। एक साल तक यह प्रक्रिया भी शासन स्तर पर अटक गई थी। अब डी-मर्जर होने के बाद नए सिरे से इसका प्रपोजल बनाकर शासन को भेजा गया है।
गंभीर मरीजों का होगा उपचार
वर्तमान में गंभीर रूप से घायल लोगों के ट्रामा यूनिट में आने पर उन्हें तुरंत बीएमसी रेफर किया जा रहा है। कुछ मरीजों को वार्डों में भेज दिया जाता है। लेकिन रात के वक्त आने वाले एेसे मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करने पर डॉक्टर नहीं मिलते हैं। एेसे में मरीजों की जान को खतरा बना रहता है। प्रबध्ंान ने मरीजों को हो रही इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए इस इमरजेंसी वार्ड को शुरू करने का निर्णय लिया है। यहां पर रात को एक डॉक्टर भी तैनात रहेगा।
हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं
जिला अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं है। एेसे में इस विभाग से संबंधित मरीजों को बीएमसी रेफर किया जा रहा है। प्रबंधन ने एेसे चिकित्सकों की नियुक्ति संविदा के रूप में करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि इसके लिए जल्द ही एक विज्ञापन जारी किया जाएगा। इसकी अनुमति को लेकर कलेक्टर से भी चर्चा हो चुकी है।
कैज्युल्टी में एक इमरजेंसी वार्ड तैयार किया जा रहा है। यहां के लिए सीटी स्कैन मशीन खरीदी जा चुकी है। अन्य उपकरणों की खरीदी के लिए भी ऑर्डर दिए गए हैं। इस वार्ड में एक डॉक्टर की भी रात को तैनाती की गई है।
डॉ. मिथलेश चौबे, सिविल सर्जन