सागरPublished: Dec 13, 2019 08:40:33 pm
anuj hazari
जानकारी के अभाव में प्लेटफॉर्म पर पहुंचने से होना पड़ता है परेशान
Employees do not meet at railway station inquiry center
बीना. डिजीटल इंडिया के दौर में रेलवे की जानकारी अब तकनीकी रूप से मिल जाती है। जिसके कारण रेलवे के स्थानीय कर्मचारी सही ढंग से ड्यूटी नहीं कर रहे हैं। जहां पर पूछताछ केन्द्र पर अधिकांश कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं मिलते हंै। गुरुवार, शुक्रवार को पत्रिका टीम ने स्टेशन के पूछताछ केन्द्र पर गई तो वहां कोई भी कर्मचारी नहीं मिला। टीम ने दो दिन में करीब दस से ज्यादा बार बुकिंग ऑफिस के पूछताछ केन्द्र में कोई कर्मचारी नहीं मिला, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि कर्मचारी अपनी ड्यूटी को लेकर कितने सजग है। साथ ही अधिकारियों को भी कोई लेना देना नहीं है। गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे बीना से भोपाल की यात्रा कर रही महिला यात्री गायत्री पाठक जब पूछताछ केन्द्र पर जानकारी लेने के लिए पहुंची तो वहां उन्हें कोई नहीं मिला। वहां मौजूद महिला कर्मचारी अन्य कर्मचारियों के साथ दूसरे चैंबर में बातों में व्यस्त थीं। इसके बाद महिला अन्य लोगों से जानकारी लेकर प्लेटफॉर्म पर पहुंची। कुछ इसी प्रकार का हाल शुक्रवार भी बुकिंग ऑफिस में स्थित पूछताछ केन्द्र का रहा जहां पर कोई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं दिखा। यह कर्मचारी अपने हिसाब से काउंटर पर बैठते हैं, भले ही यात्रियों को कितनी भी परेशानी क्यों न हो।
बुजुर्ग और महिलाओं को होती है सबसे ज्यादा परेशानी
वर्तमान समय में जो लोग मोबाइल का उपयोग करते हैं उन्हें तो ट्रेन की जानकारी मोबाइल एप से मिल जाती है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी तो यहां बुजुर्ग और महिलाओं को होती है जो मोबाइल का उपयोग नहीं करते हैं। उन्हें पूछताछ केन्द्र से ही जानकारी मिल पाती है, जहां कर्मचारी न मिलने के कारण दिक्कत होती है।
काउंटर पर नहीं रखते नेम प्लेट
बुकिंग ऑफिस में जनरल टिकट काउंटर, रिजर्वेशन काउंटर व पूछताछ केन्द्र पर कोई भी कर्मचारी नेमप्लेट नहीं रखता है। जिस बजह से यात्री इस संबंध में उच्चाधिकारियों से नामजद शिकायत भी नहीं कर पाते हैं।
फैक्ट फाइल
स्टेशन से प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्री – 15 हजार
स्टेशन से जाने वाली ट्रेनें – 175 प्रतिदिन
जनरल टिकट बिक्री – 1200