कार्रवाई न होने से ठेकेदार करते हैं मनमानी
सागर•Apr 18, 2019 / 08:17 pm•
anuj hazari
Employees working at risk
बीना. रेलवे स्टेशन पर ठेकेदारों की मनमर्जी का दौर जारी है, जिसमें ठेकेदार द्वारा टे्रनों से आने व जाने वाले सामान को रेलवे लाइन को पार करके प्लेटफॉर्म पर पहुंचाया जा रहा है। कार्रवाई नहीं होने के कारण यह काम हमेशा ही चलता रहता है। जिस कारण यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि एक-एक करके लाए जाने वाले सामान को प्लेटफॉर्म पर बेतरतीव रख दिया जाता है इस कारण से यात्रियों को वहां से निकलने में परेशानी होती है, लेकिन इस बात की परवाह किए बगैर ठेकेदार अपने फायदे के लिए रेल लाइन क्रास करके सामान की ढुलाई कराते हैं। जबकि नियमानुसार सामान को ठेलों पर रखकर एक जगह से दूसरी जगह परिवहन कराया जाना चाहिए।
जोखिम में जान डालकर कराते हैं ढुलाई
यहां काम करने वाले कर्मचारियों से रेलवे लाइन से सामान की ढुलाई करवाते हैं, ताकि ओवरब्रिज से सामान ले जाने में लगने वाले समय व खर्च को बचाया जा सके। ठेकेदार कर्मचारियों की जान जोखिम में डलवाकर रेल लाइन से ही सामान की ढुलाई करवाते हैं। जिस कारण किसी दिन हादसा भी हो सकता है। क्योंकि कई बार सामान की ढुलाई करते समय अचानक टे्रन भी आ जाती है ऐसी स्थिति में सामान लेकर लाइन पार करना कर्मचारियों को मुश्किल हो जाता है। ऐसे में किसी दिन कोई घटना घटित हो सकती है।
बिना सुविधा के कर रहे कर्मचारी काम
कर्मचारियों का ठेकेदार न तो बीमा कराते हैं न ही इएसआई। जबकि शासन के नियमानुसार ठेकेदार यह सब कागज तैयार कराने के बाद ही कर्मचारी को काम पर रख सकता है, लेकिन कर्मचारियों को इस सुविधा से वंचित रखा गया है। यदि इनके साथ कोई दुर्घटना होती है तो उन्हें शासन से मिलने वाली सुविधा का लाभ नहीं मिल सकेगा।
आरपीएफ नहीं करती कार्रवाई
रेलवे स्टेशन पर लाइन क्रास करते समय यात्रियों को तो आरपीएफ पकड़कर वाहवाही लूटती है, लेकिन स्टेशन पर क्रासिंग करके सामान ढोने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। जबकि सामान ढोते कर्मचारियों को दिन भर देखा जाता है। कई बार यदि सामान रखते समय यात्रियों को परेशानी होती है और वह इस संबंध में कुछ बोलते हैं तो यात्रियों से ही अभद्रता कर देते हैं।