scriptअस्पताल निर्माण में अतिक्रमण बना बाधक, 16 माह में झोपडिय़ां भी नहीं हटा सके अधिकारी | Encroachment became a hindrance in hospital construction | Patrika News

अस्पताल निर्माण में अतिक्रमण बना बाधक, 16 माह में झोपडिय़ां भी नहीं हटा सके अधिकारी

locationसागरPublished: Feb 21, 2020 08:47:03 pm

मकरोनिया में निर्माणाधीन 30 बिस्तरीय अस्पताल का मामला, नेताओं का संरक्षण होने के कारण दो साल में नहीं हटा सके झोपडिय़ां, 10 प्रतिशत भी नहीं हो सका मकरोनिया में शुरू होने वाली अस्पताल का काम
 

अस्पताल निर्माण में अतिक्रमण बना बाधक, 16 माह में झोपडिय़ां भी नहीं हटा सके अधिकारी

अस्पताल निर्माण में अतिक्रमण बना बाधक, 16 माह में झोपडिय़ां भी नहीं हटा सके अधिकारी

सागर. पिछली सरकार के कार्यकाल में उपनगर मकरोनिया को 30 बिस्तरीय शासकीय अस्पताल की सौगात तो मिल गई, लेकिन बीते दो साल में अस्पताल का 10 प्रतिशत भी निर्माण नहीं हो सका है। अस्पताल की स्वीकृति मिलने के बाद प्रशासन ने मकरोनिया-नरसिंहपुर मार्ग पर बड़तूमा के पास जमीन आवंटित की थी, लेकिन आवंटित जमीन पर जिस जगह अस्पताल की बिल्डिंग खड़ी होनी है उसी जगह पर अतिक्रमण कर लोगों ने कच्चे मकान बना लिए हैं, जो अस्पताल निर्माण में सबसे बड़ी बाधा बन गए हैं। हैरानी की बात यह है कि राजस्व विभाग इन कच्चे मकानों को अतिक्रमण तो मान रहा है, लेकिन उन्हें हटाने की कार्रवाई सालों बाद भी नहीं की गई है। यही कारण है कि प्लंद स्तर के बाद ठेकेदार ने निर्माण कार्य बंद कर दिया है।

एसडीएम कर चुके अतिक्रमण हटाने के आदेश
जानकारी के अनुसार अस्पताल निर्माण में बाधा बन रहे अतिक्रमण को हटाने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासनिक अधिकारियों को पत्राचार किया था। इसके बाद मामला एसडीएम को सौंपा गया और जांच के बाद अस्पताल के लिए आवंटित भूमि पर बने मकानों को अतिक्रमण मानते हुए हटाने के आदेश भी जारी किए गए। इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अतिक्रमणकारी प्रकाश सेन व उसके तीन-चार भाइयों के परिवार मूलरूप से जैसीनगर क्षेत्र के रहने वाले हैं, लेकिन उन्हें स्थानीय नेताओं का संरक्षण होने के कारण भी अधिकारी कार्रवाई करने की दम नहीं जुटा पा रहे हैं।

16 माह पहले हुआ था भूमिपूजन
विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने 16 माह पहले यानी 1 अक्टूबर 2018 को इस 30 बिस्तरीय अस्पताल का भूमिपूजन किया था। इसके बाद निर्माण कार्य कर रही एजेंसी ने पहले तो अतिक्रमण हटने का इंतजार किया और जब महीनों बाद भी झोपडिय़ां हटते नजर नहीं आई तो आवंटित जमीन को बाउंड्री बनाकर कवर्ड कर दिया। इसके बाद अस्पताल भवन का भी काम शुरू किया गया, लेकिन आधा-अधूरा।

यह होना है निर्माण
राजस्व विभाग ने स्वास्थ्य विभाग को करीब छह एकड़ जमीन आवंटित की है। इस पर 4.62 करोड़ रुपए की लागत से 30 बिस्तरीय अस्पताल के अलावा डॉक्टर्स व कर्मचारियों के निवास भी तैयार किए जाने हैं। स्वास्थ्य विभाग से हुए अनुबंध के अनुसार काम पूरा करने के लिए निर्माण एजेंसी को 18 माह का समय दिया गया था, जो कुछ ही समय में पूरा होने वाला है।

इस सप्ताह हट जाएगा अतिक्रमण
कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर अपना अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। यदि एक सप्ताह में कब्जा नहीं छोड़ा तो सख्ती से कार्रवाई कर अतिक्रमण तोड़ा जाएगा।
संतोष चंदेल, एसडीएम, सागर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो