ग्राम के बाजार बस स्टैड झंडापुरा नयाखेडा मे रौनक देखने को मिली। आलम यह था कि बडो़ं से लेकर छोटे बच्चे तक ने एक दूसरों के लिए रंग गुलाल लगाई और और रंग डाल कर गुब्बारे फेकते हुऐ नजर आए। दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों ने भी एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली मनाई और होली के पर्व का जमकर मजा लेने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
बरसों से होली के पर्व पर चली आ रही बुंदेली गायन की प्रथा पर जमकर नाचे जिसमे बुंदेली प्रथा के अनुसार होली का दहन की राख उठाकर सभी मंदिरों में ढोल नगाड़ों के साथ धार्मिक फागे गीत गाते हुए देवी देवताओं को राख चढ़ाई गई और एक फिर दूसरों को लगाकर देसी फागों का आनंद लिया और प्रसाद वितरण किया गया।