सागरPublished: Nov 29, 2020 09:16:19 pm
sachendra tiwari
इटावा जैन मंदिर प्रवचन का आयोजन
Etawah Jain temple discourse organized
बीना. नाभिनंदन इटावा जैन मंदिर में विराजमान मुनिश्री भावसागर महाराज ने रविवारीय प्रवचन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अमीर हो या गरीब दोनों के सामने समस्या एक ही हैं। गरीब के सामने समस्या है भूख लगे तो क्या खाएं, अमीर के सामने समस्या है क्या खाएं जो भूख लगे।
संसार में कोई भी संतुष्ट नहीं है। गरीब अमीर होना चाहते हैं, अमीर सुन्दर होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हंसना पुण्य है, हंसाना परम पुण्य है। जब आप हंसते हैं तो ईश्वर के लिए प्रार्थना करते हैं, मगर जब आप किसी रोते को हंसाते हैं तो ईश्वर आपके लिए प्रार्थना करता है। सुखी जीवन का राज है कि हर दिन इस तरह बिताओ कि रात चैन की नींद सो सको, हर रात इस तरह गुजारो कि सुबह किसी को मुंह दिखाने में न शरमाओं। जवानी को इस तरह से जियो कि बुढ़ापे में पछताना न पड़े और बुढ़ापे को इस तरह बनाओ कि किसी के सामने हाथ फैलाना न पड़े। उन्होंने कहा कि संत मुनियों की धर्म सभाएं भी गैराज जैसी हैं, जहां तुम्हारे दिल-दिमाग रूपी इंजन की धुलाई की जाती है। जिंदगी भी एक गाड़ी है, संकल्प की गाड़ी। अगर इस गाड़ी में हौसले के पहिए, धर्म का इंजन, कर्म का ईधन, संयम का स्टेयरिंग व्हील, मर्यादा का एक्सीलेटर, अनुशासन का ब्रेक और टूल-बॉक्स में सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चरित्र के औजार हों तो यह गाड़ी निश्चित ही मोक्ष मंजिल तक पहुंचती है। प्रवचन के पूर्व श्रीजी का अभिषेक एवं पूजन संपन्न हुई। आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के चित्र का अनावरण बीना, मुंगावली, अशोकनगर, गंजबासौदा, विदिशा, भोपाल आदि स्थानों से आए श्रद्धालुओं ने किया। ज्ञानदीप का प्रज्जवलन डॉ. रश्मि जैन, अशोक शाकाहार, प्रीति नायक, विजय जैन, रमेश जैन ने किया। संचालन एके जैन और सहयोग राकेश जैन ने किया।