कई लोगों ने जागरूकता दिखाते हुई घर पर भी विसर्जन किया। लोगों ने अपने घरों में बगीचे, पात्र और गमलों में विसर्जन किया। इस वर्ष बच्चे गणेश उत्सव के लिए अधिक उत्साहित थे, घरों में गणेश भगवान की प्रतिमाएं बच्चों ने मिट्टी से बनाई थीं, इसलिए विसर्जन भी घरों में ही किया। शास्त्रों के अनुसार विधि विधान से विसर्जन किया और पर्यावरण सुरक्षा की भी जिम्मेदारी निभाई।