सागरPublished: Feb 20, 2019 09:01:24 pm
sachendra tiwari
किसान हो रहे परेशान
Farmers entangled in Bhavnantar yojna
बीना. भावांतर योजना के तहत जिन किसानों ने सोयाबीन बेचा है अब वह रुपए न आने से चिंतित हैं। रुपए कब आएंगे इस संबंध में भी कोई संतोषजनक जवाब अधिकारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
भावांतर योजना में सोयाबीन बेचने पर किसानों को फ्लेट रेट पर ५०० रुपए प्रति क्ंिवटल मिलना था, लेकिन किसानों को उपज बेचे दो माह से ज्यादा का समय बीत चुका है रुपए नहीं आए हैं। इस संबंध में जब किसान अधिकारियों के पास पहुंचते हैं तो उनके द्वारा भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। जिससे अब असमंजस्य की स्थिति बन गई है। कुछ किसानों ने तो यह उम्मीद ही छोड़ दी है कि रुपए आएंगे भी। क्योंकि खरीदी के समय सरकार भी बदल गई है। यही नहीं किसानों ने भावांतर के चक्कर में पहले सोयाबीन बेच दिया और बाजार में सोयाबीन के दाम बढऩे से किसानों घाटा हुआ है।
नहीं आए कोई आदेश
इस संबंध में जब अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि भावांतर के भुगतान संबंधी कोई भी आदेश अभी तक नहीं आए हैं। भुगतान कब से शुरू होगा इसकी जानकारी नहीं हैं।
उड़द के भी नहीं आए रुपए
समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्रों पर जिन किसानों ने उड़द बेच था वह भी परेशान हैं। क्योंकि उड़द के रुपयों के लिए भी किसान चक्कर काट रहे हैं। कुछ ऐेस किसान भी हैं जिन्होंने खरीदी शुरू होते ही उड़द बेची थी, लेकिन रुपए नहीं आए हैं।
अभी तक नहीं आया सूचना
भावांतर के तहत हुई सोयाबीन की खरीदी के संबंध में अभी तक कोई सूचना नहीं आई है।
बीएस तौमर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बीना