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किसानों के खेतों में झूल रही हाइटेंशन बिजली लाइन, फसलों की चिंता

locationसागरPublished: Oct 13, 2018 09:54:56 am

Submitted by:

sunil lakhera

कागजों पर ही हुआ अंचल में कमजोर व क्षतिग्रस्त बिजली लाइनों का सुधार, हकीकत में अब भी बाकी

Farmers' fields High tension power line

Farmers’ fields High tension power line

सागर. ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारू रूप से बिजली सप्लाई करने के लिए तैयार की गई प्लानिंग कागजों तक ही सिमट कर रह गई है। बिजली कंपनी ने अभी तक न तो कमजोर व क्षतिग्रस्त लाइनों का काम पूरा किया है और न ही पूरे ट्रांसफार्मर बदले जा सके हैं। जबकि शुरूआत में यह दावा किया जा रहा था कि अंचल में भी शहर जैसी सुचारू सप्लाई के लिए व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है, लेकिन हकीकत में यह दूर की कौड़ी नजर आ रही है। अभी भी किसानों के खेतों से गुजारी हाइटेंशन लाइन के तार झूला बने हुए हैं तो क्षतिग्रस्त हो चुके पुराने खंभों को जुगाड़ करके चलाया जा रहा है। एेसा नहीं है कि इसकी शिकायत कंपनी के अधिकारियों तक न पहुंची हो, किसानों ने स्थानीय वितरण केंद्रों पर शिकायतें भी की हैं, इसके बाद भी अब तक सुधार नहीं हो सका है।
तीन से सात दिन तय किया था समय- बिजली कंपनी ने ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं की सुविधाओं के लिए ट्रांसफार्मर बदलने के लिए एक समय सीमा भी तय की थी। इसमें सामान्य क्षेत्रों में तीन दिन और दूर-दराज या पहुंच से बाहर वाले क्षेत्र और खेतों के ट्रांसफार्मर बदलने के लिए सात दिन के भीतर बदलने के निर्देश दिए गए थे। इतना ही नहीं अधिकारियों ने समय सीमा में काम न होने को लेकर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई का भी प्रावधान शामिल किया था, लेकिन अब तक कार्रवाई का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
किसानों के लिए खतरा
जिन खेतों से निकली हाइटेंशन लाइन के तार झूल चुके हैं वह किसानों के लिए कभी भी हादसे का कारण बन सकती है। इसके अलावा रबी सीजन में फसलों के लिए खतरा हैं क्योंकि इनसे चिंगारियां निकलती हैं।
लगती हैं जो खड़ी फसल को पलभर में बर्बाद कर सकती हैं, लेकिन इसको लेकर अंचल के वितरण केंद्रों में प्रभारी बने बैठे अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
&अंचल में काम अभी भी चल रहा है। जो कंपनी की जानकारी में है उसके अलावा जहां से भी लोगों की शिकायत या जानकारी मिलती है वहां पर काम किए जा रहे हैं। हो सकता है कुछ जगह अभी काम बचा हो।
जीडी त्रिपाठी,
अधीक्षण अभियंता, सागर

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