सागर

बुंदेलखंड में ‘कुंवारों के गांव’ हर साल पांच सौ युवा खरीद रहे दुल्हनें

आर्थिक अभाव और सुविधाएं नहीं होना बना अभिशाप।

सागरOct 03, 2021 / 09:20 am

Hitendra Sharma

राजेन्द्र गहरवार
सागर. जिले के ककरी बेरखेड़ी के एक युवक को प्रधानमंत्री आवास योजना में घर बनाने के लिए 40 हजार रुपए की किश्त मिली, लेकिन घर बनाने के बजाय उसने 25 हजार में दुल्हन खरीदी और गांव छोड़कर चला गया। ऐसे ही दो अन्य हितग्राही भी घर बनाने के लिए मिली राशि से पत्नी खरीदकर गायब हो गए हैं।

दरअसल, सूखा और बेरोजगारी ने बुंदेलखंड के युवाओं के सामने गंभीर सामाजिक समस्या खड़ी कर दी है। गरीबी और संसाधनों की कमी के दुष्चक्र में फंसे युवाओं को दुल्हन नहीं मिल रही हैं। यही वजह है कि महिलाओं की खरीद-फरोख्त बढ़ी है। अभावग्रस्त राज्यों ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ से लड़कियां खरीदकर लाई जा रही हैं।

नाम बदलकर चार जिलों मे कराई शादी
जून 2021 शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पन्ना पुलिस ने पकड़ा था। दो महिलाओं और आठ पुरुषों के इस गिरोह ने दो लड़कियों का नाम बदलकर पन्‍ना, छतरपुर, सागर और टीकमगढ़ में शादियां कराई और कुछ ही दिन में परिवार को लूटकर फरार हो गया। इनके पास से शादी के नाम पर ठगी और लूट से जुटाए गए सवा 14 लाख रुपए की नकदी और गहने जेवर बरामद किए गए थे।

जीवन नहीं आसान
शादी के टिकने और सुखी परिवार की गारंटी भी नहीं है। हाल ही में ओडिशा से खरीदकर टीकमगढ़ के एक गांव में लाई गई महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल वालों ने पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस अस्थि और राख जब्त कर जांच कर रही है। वहीं, ओडिशा की एक महिला पर पति की हत्या का आरोप लगा अभी वह जेल में है।

लोग नहीं ब्याहते हैं बेटियां
बड़ा मलहरा के नयाखेरा गांव में सड़क के अभाव में लोग बेटियां नहीं देना चाहते। सुनील यादव बताते है ंकि आर्थक अभाव और सुविधाए नहीं होना अभिशाप बन गया है। लड़कों के लगन रुके हैं। बकस्वाहा ब्लॉक शहपुरा और तेरियामार गांव में पानी नहीं होने के चलते लोग बेटियां देने से हिचकते हैं। इन्हें कुंवारों का गांव कहा जाने लगा है।

लुटरी दुल्हन: तबाह हो रहे परिवार
शादी कराने का धंधा फलने-फूलने के साथ धोखाधड़ी के मामले भी सामने आने लगे हैं। इस साल 6 अगस्त को बमीठा थाना इलाके के राजेश अहिरवार से सतना के पप्पू कुशवाहा ने एक लड़की को बहन बताकर विवाह कराया था। 2 जुलाई को महिला कीमती सामान समेटकर फरार हो गई। पुलिस की तलाश चलने के दौरान ही गिरोह ने महिला का विवाह बमीठा के ढोड़न गांव में करा दिया। पुलिस ने पकड़ा तो राज खुला कि गिरोह उस महिला का चार जगह विवाह कराकर माल लूट चुका है।

लिंगानुपात भी समस्या
2011 की जनगणना के अनुसार बुवेलखंड लिंगानुपात में काफ़ी पीछे है। दुल्हनें कम पड़ने की एक वजह यह भी है। छतरपुर में 883, सागर में 893, टीकमगढ़ में 901, पन्ना में 905, दमोह में 910, जवकि प्रदेश का औसत लिंगानुपात 931 है। सागर के प्रोफेसर डॉ संजय खरे बताते हैं कि बुंदेलखंड आर्थिक संकट से घिरा हुआ है। इसकी वजह से सामाजिक ताना-बाना बिगड़ रहा है। शिक्षा और रोजगार के अक्सर बढ़ेंगे, तभी हालात बदलेंगे। वही प्रो. प्रवीण शर्मा बताते हैं कि बुंदेलखंड में महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं है। आर्थिक के साथ साथ प्राक्रतिक, सामाजिक संकट उनके सिर पर बोझ है। इसका असर पारिवारिक जीवन पर पड़ रहा है।

 

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