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पहले दिन ही नहीं मिला विद्यार्थियों को भोजन, कंपनी को सौंपा गया है काम

locationसागरPublished: Jun 24, 2019 08:26:53 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

कम संख्या में पहुंचे विद्यार्थी, किया गया स्वागत

Food on the first day for students not found

Food on the first day for students not found

बीना. सोमवार से स्कूल खुले, लेकिन पहले दिन विद्यार्थी बहुत कम संख्या में पहुंचे थे। जो भी विद्यार्थी पहुंचे उनका तिलक लगाकर स्वागत किया गया और पुस्तकों का वितरण किया गया। वहीं पहले दिन शहर के विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन नहीं मिल पाया। शहर के किसी भी स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं पहुंचा।
मिली जानकारी के अनुसार बीना शहर के लिए मध्याह्न भोजन का कार्य कंपनी को सौंपा गया है और कंपनी द्वारा खुरई से भोजना लगा जाएगा, लेकिन सोमवार को खाना नहीं आया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जो समूह पहले खाना बनाते थे उनके द्वारा कंपनी के भोजन बनाने वाले कमरे मेें ताला लगा दिया गया, जिससे भोजन वितरित नहीं हो पाया है। यदि समूहों का विरोध आगे भी चला तो मध्याह्न भोजन नहीं आ पाएगा। वहीं कलरावनी प्राथमिक स्कूल में पहले दिन विद्यार्थियों को खाना नहीं मिला। यहां भोजन बनाने वाले सुदामा स्व-सहायता समूह द्वारा खाना नहीं बनाया गया। जबकि स्कूल में करीब पंद्रह विद्यार्थी उपस्थित थे। बीआरसीसी ने सुबह निरीक्षण कर अध्यक्ष को मध्यान्ह भोजन वितरित करने के निर्देशित भी किया था, लेकिन मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं किया गया।
विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने देंगे पीले चावल
पहले दिन विद्यार्थियों की संख्या कम थी और अब संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षक घर-घर पीले चावल देंगे। साथ ही गांवों में जागरूकता रैली निकालकर बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की जाएगी। पहले दिन सभी स्कूलों में बच्चे गिने-चुनी संख्या में पहुंचे। कुछ स्कूलों में तो एक या दो ही बच्चे बैठे थे।
गर्मी, उमस से रहा बुरा हाल
अधिकांश स्कूलों में बिजली कनेक्शन न होने के कारण पंखे नहीं लगे हैं, जिससे विद्यार्थियों का गर्मी, उमस से बुरा हाल रहा। स्कूलों में मीटर लगे हैं, लेकिन कनेक्शन नहीं हैं। यही नहीं स्कूलों में बिजली कंपनी द्वारा बिल भी भेजे जा रहे हैं। कलरावनी में पदस्थ शिक्षक ने बताया कि स्कूल में मीटर लगा है, लेकिन खंभा से कनेक्शन है। इस संबंध में कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों को आवेदन भी दे चुके हैं। यही नहीं बिजली कंपनी ने 10 हजार रुपए का बिल भी जारी कर दिया है।
संख्या बढ़ाने होंगे प्रयास
स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को मध्याह्न भोजन वितरित नहीं हो पाया है, क्योंकि जिस कंपनी ने ठेका लिया है वह विरोध के चलते खाना नहीं ला पाए। कलरावनी के समूह को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
अनूप सिंह, बीआरसीसी, बीना

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