गंदगी के बीच रेलवे स्टेशन पर तैयार हो रही थी खाद्य सामग्री
अलर्ट के बाद कुछ हद तक सुधरी व्यवस्थाएं

बीना. रेलवे स्टेशन पर बेची जाने वाली खाद्य सामग्री गंदगी के बीच तैयार की जा रही थी, जिसे कोरोना अलर्ट के बाद कुछ हद तक सुधार कर लिया गया है, लेकिन अभी भी कई स्टॉल पर गंदगी के बीच ही खाद्य सामग्री तैयार की जा रही है। यही कारण है कि उसके खाने से बीमार होने का खतरा रहता है। रेलवे स्टेशन पर अक्सर अधिकारी निरीक्षण के दौरान इसी बात को लेकर फटकार लगाते हैं कि जिस जगह पर खाने-पीने का सामान तैयार किया जा रहा हो वहां पर सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। स्टेशन पर खुलेआम प्लेटफॉर्म की गंदगी के बीच स्टॉलों पर आमलेट तैयार किया जाता है और यात्री भूख मिटाने के लिए उसे खाते भी हैं, जिससे न केवल वह फूड पाइजनिंग का शिकार हो सकते हैं, बल्कि उन्हें अन्य बीमारियां भी हो सकती हंै।
नहीं ढंका जाता सामान
स्टेशन पर बिकने वाली अधिकांश सामग्री ढंक कर नहीं बेची जाती है। क्योंकि वेंडर उसे लोगों को दिखाकर बेचते हैं, जिसमें दाल-चावल, इडली सहित अन्य खुली सामग्री बेची जा रही है जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के विरुद्ध है। इसमें हमेशा ही मक्खियां भिनभिनाती रहती हैं जो कई बीमारियों का कारण बनती हैं।
शौचालय के पास में है किचन शेड
रेलवे स्टेशन पर लंबे समय से स्टेशन परिसर के बाहर शौचालय के बाजू से किचन शेड में खाने-पीने की सामग्री बनाई जाती है। जहां से हमेशा बदबू आती रहती है। जबकि यहां पर या तो किचन बंद करा देनी चाहिए या फिर बाहर से शौचालय को कहीं और शिफ्ट कर देना चाहिए।
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