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254 गांव के ग्रामीणों के लिए स्थाई डॉक्टर नहीं

locationसागरPublished: May 08, 2018 04:47:06 pm

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।

for 254 villages do not have permanent doctors

for 254 villages do not have permanent doctors

सागर/देवरीकलां. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। यहां स्टाफ की कमी बनी हुई है। जबकि इस केंद्र से लगभग 254 गांव के लोग इलाज कराने आते हैं।
विकासखंड के मुख्यालय बरकोटीकलां में स्थायी चिकित्सक नहीं है। इसी तरह गौरझामर में दो पद स्वीकृत होने के बाद भी एक ही चिकित्सक के भरोसे हैं मरीज। महाराजपुर में एक भी चिकित्सक पदस्थ नहीं हैं। सीएचसी स्तर होने के बाद भी देवरी स्वास्थ्य केंद्र में शासन के नियमानुसार सीजर ऑपरेशन नहीं किए जा रहे हैं। यहां प्रतिमाह 150 से 200 प्रसव होते हैं। प्रतिदिन मरीज भी काफी संख्या में इलाज कराने आते हैं। इसके अलावा पुलिस मुलायजे एवं पोस्टमार्टम भी शामिल हैं। यहां स्टाफ की कमी के चलते कई बार डिलीवरी कराने में भी परेशानी होती है। इसी प्रकार पोस्टमार्टम में काफी वक्त लग रहा है।

कार्यक्रम होते हैं प्रभावित
शासन द्वारा संचालित किए जाने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम शिविर लगाकर आयोजित कराना पड़ते हैं। परंतु चिकित्सकों की कमी के चलते टीकाकरण, पोलियो सहित अन्य कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। देवरी सामुदायिक स्वास्थ्य में स्टाफ नर्स के लगभग सात पद स्वीकृत है, परंतु तीन नर्स व दो चिकित्सक ही मौजूद हैं। शेष पद खाली पड़े हैं। जबकि द्वितीय श्रेणी के चार चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हुआ हैं। इस संबंध में डॉ. एमके जैन का कहना है कि हमारे द्वारा कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर जानकारी भेजी जा चुकी है। परंतु अभी तक स्टाफ उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिससे जिससे यहां आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुलाहजे में होती है देरी
चिकित्सकों की कमी के चलते पुलिस भी परेशान हैं। यहां मुलायजा कराने में काफी वक्तलगता है।
इसी प्रकार पोस्टमार्टम हाउस में घंटों इंतजार के बाद पोस्टमार्टम हो पाता है।

पूर्ति कराई जाएगी –

अस्पताल में चिकित्सक व स्टाफ नर्स की कमी के संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर जांच कराई जाएगी। जो भी कमियां होंगी। पूरी की जाएंगी। – आलोक सिंह, कलेक्टर सागर

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