सागरPublished: Sep 15, 2019 08:43:30 pm
anuj hazari
दो महीने में केवल पंद्रह से बीस दिन ही खुला रहा मार्ग
For four days, people are risking their lives on the Sillar river in spate
बीना. बुधवार से शुरू हुई बारिश के बाद पूरा क्षेत्र पानी-पानी हो गया, वहीं बारिश रुकने के बाद भी सिलार नदी उफान पर रही तो शनिवार की रात में हुई बारिश के बाद फिर से स्थिति खराब हो गई, जहां अभी भी पानी कम नहीं हुआ है। जिसके कारण कई गांव का संपर्क शहर से टूट गया है, लोग परेशान हैं फिर भी प्रशासन उनकी मदद नहीं कर रहा है। गढ़ा गांव के लोगों का कहना है कि पिछले दिनों इसकी शिकायत विधायक महेश राय व एसडीएम केएल मीणा से भी की थी कि पुल ऊंचा न होने के कारण यहां पर कुछ देर की बारिश में पानी नदी के ऊपर से बहने लगता है महीने में कई दिनों तक गढ़ा, पड़रिया गांव के स्कूल बंद रहे। शिक्षक भी शहर से गांव तक पढ़ाने के लिए नहीं आ पा रहे हैं। गढ़़ा गांव के लोगों का कहना है कि पिछले 2 महीनों में करीब डेढ़ महीने मार्ग बंद रहा है। गांव के किसी मरीज को इलाज कराने के लिए भी शहर तक नहीं ला पाते हैं अब स्थिति यह है कि लोगों ने आंदोलन करने के लिए भी तैयारी कर ली है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो तब होती है जब प्रसव पीड़ा होने पर किसी महिला के लिए अस्पताल की लाने की आवश्यकता होती है लेकिन फिर भी उन्हें अस्पताल नहीं ला पाते हैं। रविवार सुबह आठ बजे तक कुल बारिश 1370 एमएम दर्ज की गई है।
जान जोखिम में डाल वाहन निकाल रहे लोग
बारिश खुलने के बाद भी नदी का पानी कम नहीं हुआ तो लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे हैं। जिन लोगों को जरूरी काम से शहर आना होता है वह पानी के बीच से वाहन निकलकर दूसरी तरफ जा रहे हैं। यहां पर पुलिस प्रशासन की ओर से भी कोई व्यवस्था नहीं है जबकि यहां पर किसी की जान भी लापरवाही से जा सकती है।