दवाब में आकर रोकी कारज़्वाई
शहर के सभी नालों पर जगह-जगह बेजा अतिक्रमण है और यही वजह थी कि बरसात के मौसम में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनने के कारण नालों को अतिक्रमणमुक्त कराने का निणज़्य हुआ था। सूत्रों की माने तो नेताओं के दवाब में आकर जिला और निगम प्रशासन ने कारज़्वाई रोक दी थी और फिर दोबारा शुरू नहीं की।
ऐसी हो गई स्थिति
– मधुकरशाह वाडज़् से से शुरू होने वाले नाले पर मुश्किल से 10 मीटर की दूरी से ही अतिक्रमण देखने को मिलने लगता है। केंद्रीय जेल के पीछे से गोपालगंज क्षेत्र और झील तक नाले पर नजर डाली जाए तो जहां पर नाला 15 फीट चौड़ा था वहां पर वतज़्मान में 5 फीट की जगह ही दिख रही है।
– सिविल लाइन क्षेत्र में नाले पर ही दुकानें व अन्य निमाज़्ण कायज़् हो जाने के कारण नाले को जगह-जगह पर 90 डिग्री पर घुमा दिया है।
– नया बाजार क्षेत्र में निगम अधिकारियों व नेताओं के इशारों पर नाले पर ही कई दुकानें बना दी गईं हैं। हर बार बरसात के मौसम में नाले की सफाई के लिए दुकानों के अंदर खुदाई की जाती है और फिर वहां पर सफाई कायज़् हो पाता है।
– बाहुबली कॉलोनी, भगवानगंज समेत शहर के अन्य क्षेत्रों में स्थित नालों का भी यही हाल है।
इधर नालों की तेजी से होनी लगी सफाई
निगम प्रशासन ने मानसून पूवज़् तैयारियों को ध्यान में रखते हुए तेजी से नालों की सफाई का कायज़् शुरू कर दिया है। शुक्रवार को बस स्टैंड के पास स्थित नाले की छोटी जेसीबी मशीन से सफाई की गई। यहां पर बड़ी मात्रा में ठोस अपशिष्ट पदाथज़् निकले, जो झील में मिल सकते थे।