सागरPublished: Aug 04, 2020 10:23:26 pm
anuj hazari
कोरोना के बहाने की गई छुट्टी निरस्त
Fury among employees due to cancellation of leave of policemen
बीना. कोरोना संक्रमण का खतरा बताकर डीजीपी विवेक जौहरी ने पुलिसकर्मियों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं, लेकिन आदेश में जो तर्क कोरोना को लेकर दिया गया है वह किसी भी अधिकारी, कर्मचारी के गले नहीं उतर रहा है। आदेश में उल्लेख किया गया है कि प्रदेश में करीब 255 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजीटिव हैं तो वहीं इसके चार गुना कर्मचारी आइशोलेट हैं। पुलिसकर्मियों की छुट्टी निरस्त करने में तर्क है कि जब पुलिसकर्मी छुट्टी जाते हैं तो असुरक्षा के बीच वापस आते हैं और वापस आने पर क्वॉरंटीन भी नहीं होते हैं, जिससे वह कोरोना से संक्रमित हो रहे हंै। इसलिए आगामी आदेश तक छुट्टी निरस्त की गई है। इस आदेश का समर्थन गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी किया है, लेकिन इसके ठीक दूसरी तरफ जब कर्मचारियों से आदेश के संबंध में बात की तो उन्होंने आदेश को बचकाना तरीका बताया। उनका कहना है जब पुलिसकर्मी माल जमा करने के लिए भोपाल, सागर जाते हैं तब कोरोना नहीं फैलता है। साथ ही जब केस डायरी लेकर हाइकोर्ट जाना होता है तब कोरोना नहीं फैलता। जब आरोपियों को गिरफ्तार करने, वारंटियों को पकडऩे के लिए जाते हैं तो कोरोना नहीं फैलता है सिर्फ पुलिसकर्मी छुट्टी जाए और लौटकर आए तो कोरोना फैलता है। पुलिसकर्मी एमएलसी कराने के लिए अस्पताल जाते हैं, वाहन चैकिंग करते हैं और इस स्थिति में उन्हें कोरोना का डर अधिकारियों की नजर में नहीं रहता है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि अनुशासन की नौकरी होने के कारण हमारा शोषण होता है, इसके लिए सरकार को ध्यान देना चाहिए। इस प्रकार के आदेश से मोरल डाउन होता हैं।