जानकारी के अनुसार भानगढ़ थाने के ग्राम में कक्षा 8वी में पढऩे वाली 15 वर्षीय छात्रा के साथ गुरुवार रात गांव के दो लड़कों ने घर में अकेला पाकर गैंगरेप किया। उसके विरोध करने और सबको बता देने की धमकी देने पर दोनों ने उसे आग लगा दी। आग की लपटों में गिरी छात्रा जब दौड़ते हुए बाहर निकली तो गांव में मौजूद लोगों ने आग को बुझाकर उसकी जान बचाई। रात में ही उसे बीना लाया गया। हालत गंभीर होने के चलते उसे मेडिकल कॉलेज सागर रेफर कर दिया गया, जहां छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है।
डॉक्टरों का कहना है आग की चपेट में आने से छात्रा 89 प्रतिशत झुलस चुकी है। नाबालिग छात्रा के साथ घर में घुसकर गैंगरेप और जलाकर मारने की कोशिश की खबर लगते ही एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल अन्य अधिकारियों के साथ देर रात भानगढ़ पहुंचे। उन्होंने वारदात स्थल का मुआयना किया। एसपी के भानगढ़ पहुंचने के बाद पुलिस ने रात में ही एक आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस दूसरे आरोपी किशोर को तलाश कर रही है। परिजनों ने बताया पिता की मौत के बाद घर में मां, दादा और चाचा-चाची हैं। मां की बीमारी के उपचार के लिए चाचा-चाची के भोपाल जाने के बाद घर में छात्रा और दादा ही थे।
छात्रा के दादा को सुनाई नहीं देता और रात में दिखना भी बंद हो जाता है। यह बात छात्रा के घर के सामने दुकान चलाने वाला किशोर और गैंगरेप के नाबालिग आरोपी को भी पता है। गुरुवार को मां और चाचा के भोपाल जाने की जानकारी के बाद रात में किशोर अपने साथी राघवेंद्र के साथ घर में घुसा और लाइट बंद कर दी। अंधेरे में छात्रा का मुंह बंद कर उसके साथ दोनों ने मनमानी की। जब छात्रा ने शोर मचाते हुए सबको इसके बारे में बता देना को कहा तो युवक और किशोर भड़क गए दोनों ने मिलकर घर में रखी कुप्पी उठाई और छात्रा पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। लपटों में गिरने के बाद छात्रा चीखती हुई घर से बाहर दौड़ी।
उसे लपटों में घिरा देख मोहल्ले के लोग घबरा गए। किसी तरह पानी, कंबल डालकर आग को बुझाया। हालांकि तब तक छात्रा बुरी तरह झुलस चुकी थी। रात में ही उसे डायल-100 को बुलाकर बीना लाया गया, जहां अस्पताल से डॉक्टर ने उसे मेडिकल रेफर कर दिया। छात्रा के साथ गैंगरेप और उसे जलाकर मारने की वारदात के बाद एसपी सहित आला अधिकारी हरकत में आ गए। पुलिस ने रातभर गांव में दबिश देकर आरोपी राघवेंद्र को गिरफ्त में ले लिया। पुलिस दूसरे आरोपी की तलाश कर रही है। बीएमसी में उपचाररत छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए शुक्रवार सुबह एएसपी बीना विक्रम सिंह पहुंचे और बयान दर्ज कराएं। दोपहर में कलेक्टर आलोक कुमार सिंह, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल और उनके बाद डीआईजी आरके जैन भी बीएमसी पहुंचे।