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गेट बंद करके शिक्षिका को मारा धक्का, जानिए क्यों नाराज हो गईं कॉलेज की छात्राएं

कॉलेज में छात्राओं का हंगामा: बीए, बीएससी और कॉमर्स में एडमिशन नहीं मिलने से बिफरीं

सागरAug 17, 2018 / 11:49 am

sunil lakhera

Girls of CLC college teacher Push up

Girls of CLC college teacher Push up

सागर. गल्र्स डिग्री कॉलेज में गुरुवार को यूजी की 425 और पीजी की 304 रिक्त सीटों के लिए सीएलसी राउंड के तहत दाखिले की प्रक्रिया का अंतिम दिन था। लेकिन इन सीटों पर प्रवेश पाने के लिए कई छात्राएं कॉलेज पहुंचीं। दाखिला न मिलन पाने के कारण उन्होंने जमकर हंगामा किया। कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर वहं बैठ गईं। तभी एक शिक्षिका ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो धक्का मार दिया। एक कर्मचारी ने शिक्षका को वहां से निकाला। दोपहर 12 बजे सूचना के करीब एक घंटे बाद पहुंची पुलिस के साथ भी छात्राओं की बहस हुई। महिला पुलिसकर्मी छात्राओं को उठाने के लिए पहुंची लेकिन बड़ी मुश्किल से वह मानीं। हंगामे के बीच यहां जाम भी लग गया था।
बीए में 60.4 फीसदी अंक से कम आने वाली छात्राओं को दाखिले नहीं दिए जा रहे थे। छात्राओं ने फीस जमा होने वाले काउंटर को भी घेर लिया और यहां भी जमकर हंगामा किया। काफी देर तक महिला हंगामा चलता रहा। कभी पुलिसकर्मी छात्राओं को शांत करने का प्रयास करतीं तो कभी बिफरी छात्र फिर से गेट व फीस काउंटर के पास बैठ जातीँ। बड़ी मुश्किल से छात्राएं शांत हुई और कमिश्नर से गुहार लगाने के लिए कमिश्नर कार्यालय पहुंचीं। यहां भी महिला पुलिसकर्मियों का उन पर पहरा रहा। गल्र्स कॉलेज में पिछले साल भी दो हजार से ज्यादा छात्राओं को दाखिले नहीं मिल पाए थे। उस समय भी नाराज छात्राओं ने कॉलेज में जमकर हंगामा किया था। हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने गोपालगंज पुलिस को दोपहर 12 बजे हंगामे की सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस एक घंटे बाद कॉलेज पहुंची।
सर… अब आप ही बताएं, हम कहां जाएं?

क मिश्नर से चर्चा के दौरान छात्राओं ने कहा कि गल्र्स कॉलेज में दाखिले की उम्मीद लगाए हुए थे। प्रबंधन ने भी आश्वासन दिया था कि इस बार सभी को प्रवेश मिल जाएगा, लेकिन अब प्रबंधन दाखिला देने से इनकार कर रहा है। कुछ छात्राओं ने बताया कि कट ऑफ के आधार पर महज एक-दो नंबर कम होने के कारण उन्हें दाखिला नहीं मिल रहा है। कई बाहरी छात्राएं भी, जिन्होंने भी निजी कॉलेज में पढऩे में अस्मर्थता जताई। हालांकि कमिश्नर ने सभी को आश्वस्त किया कि वे शासन स्तर पर सीट बढ़ाने की बात करेंगे।
दिनभर नहीं खुली लिंक
अग्रणी और गल्र्स डिग्री कॉलेज में देर शाम तक लिंक नहीं खुली। मेरिट सूची के आधार पर दाखिले नहीं हो पाए।
बदल सकता है कोर्स
कॉलेजों में दाखिला ले चुके छात्रों में से वे छात्र जो पाठ्यक्रम बदलना चाहते हैं। उन्हें अवसर दिया जा रहा है। छात्र को एक सप्ताह में यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
एक और मौका दिया
शासन ने शासकीय कॉलेजों में दाखिले से वंचित होने वाले छात्रों के लिए एक और मौका दिया है। सीएलसी राउंड का दूसरा चरण २० से ३१ अगस्त तक चलेगा। इसमें वे विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं, जिन्होंने अब तक पंजीयन नहीं कराए हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि कॉलेजों में सीटें लगभग भर चुकी हैं, एेसे में इस राउंड में छात्रोंं को दाखिला कैसे मिलेगा।
नहीं बढ़ी सीटें
महाराजा छत्रसाल से संबद्ध 18 कॉलेजों में से 7 कॉलेजों में सीटें बढ़ाई गई हैं। इनमें अग्रणी कॉलेज शामिल हैं, लेकिन गल्र्स कॉलेज में एक भी सीट नहीं बढ़ाई गई है। सीटें बढ़ाए जाने को लेकर छात्राएं और छात्र संगठन लगातार मांग कर रहे हैं। शासन ने ध्यान नहीं दिया।

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