सीजन में 75 प्रतिशत तक होता है व्यापार
बदलते वक्त में आभूषणों का क्रेज भी अब आम लोगों में घट रहा है। कम जेवर खरीने की मानसिकता के चलते सराफा का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। संपन्न लोगों को छोड़ दें तो कीमती आभूषणो के स्थान पर आम मध्यम वर्ग में चांदी के आभूषणों पर सोने का पालिश करा कर खरीदे जा रहे हैं। सराफा व्यापारी अशोक अग्रवाल बताते हैं कि, पिछले साल की तुलना में इस बार शादी के सीजन में अच्छा व्यापार हुआ है। आमतौर पर 50 प्रतिशत होने वाला व्यापार सीजन में 25 प्रतिशत बढ़कर 75 प्रतिशत तक होता है। इस बार खास बात यह रही है कि ज्यादातर लोग सोने के पॉलिश वाले आभूषण पसंद कर रहे हैं।
अग्रवाल कहते हैं कि अब आम लोगों में आभूषण खरीदने की मानसिकता कम हो रही है। भाव में तेजी भी एक कारण है, आभूषण न खरीदने के पीछे। पिछले 15 दिनों में सोने का भाव 33 हजार 400 से 33 हजार 600 प्रति तोला रहा है। इस बाद चांदी के जेवर का कारोबार भी बढ़ा है। ठोस सोना या चांदी के आभूषण बनवाने के बजाय, लोग बने बनाए जेवर खरीदने भी ज्यादा विश्वास कर रहे हैं।
भाव में नहीं ज्यादा फर्क
सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद जडि़या बताते हैं कि, पारंपरिक जेवर मसलन तिदाना, बाजूबंद के बजाए लोग मंगलसूत्र, बेंदी, बिछिया, अंगूठी, गले का हार व पायल ज्यादातर बिक रहे हैं। आभूषण न खरीदने के पीछे आमदनी में कमी और शादि में चढ़ाव की औपचारिकता पूर्ण करना है। सोने के दाम में वृद्धि भी एक कारण है, हालांकि जेवरों का क्रेज अभी है। उन्होंने बताया कि सोने के भाव में ज्यादा फर्क नहीं रहा, पिछले १५ दिनों के भाव में 200 से 500 रुपए कम ज्यादा रहा। सागर में मुंबई के भाव से खरीदी बिक्री होती साथ ही स्थानीय स्तर पर भी सागर सील का सोना मिलता है। मंगलवार को सोना 33450 प्रति तोला, रिफाइन चांदी 38700 प्रति किलो व कच्ची चांदी के भाव 38025 प्रति किलो रहा।