अगले सत्र में इसे स्पोकन विषय के रूप में तैयार करके शामिल कर लिया जाएगा। विभाग ने 2022 तक छात्रों के इंग्लिश बोलना सिखाने का लक्ष्य रखा है, ताकि बच्चे आईआईटी जैसे इंटरव्यू में शामिल हो सके और उनके दिलो-दिमाग से अंग्रेजी में बात ना करने पाने की झिझक खत्म हो सके। अभी केवल 9वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों को ही इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स कराया जाएगा। 9वीं से लेकर 12वीं तक के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।