पुलिस ने मुखबिर को दूल्हा बना लुटेरी दुल्हन से शादी तय कराई। एएआइ को दूल्हे का पिता बनाया और टीआइ दूल्हे के फूफा बन बैठे। 1 लाख रुपए में बात तय हुई। ठगों को पूरी कहानी सच्ची लगे, इसलिए पुलिस ने दुल्हन रजनी के बैंक खाते में 5 हजार रुपए जमा भी करा दिए। इसके बाद शदी के लिए 29 जुलाई का दिन और सागर कैंट क्षेत्र स्थित परेड मंदिर की जगह तय की गई।
वरमाला के बहाने किया इशारा
रजनी दुल्हन बनकर गुड्डू पटेल और दो अन्य लोगों के साथ परेड मंदिर पहुंची। कुछ ही देर बाद दूल्हा बने जैसीनगर थाने के पुलिसकर्मी मुखबिर के साथ पहुंचे। वरमाला की याद आई तो ड्राइवर बने पुलिसकर्मी ने टीआइ गुर्जर को मोबाइल पर बात कर इशारा किया। इसके बाद पहुंची पुलिस ने लुटेरी दूल्हन रजनी और दलाल गुड्डू पटेल को गिरफ्तार कर लिया।
कुंवारे-विधुरों को फंसाते थे
रहली का गुड्डू और उसके साथी जिले भर में रुपए ऐंठकर शादी कराने का जाल फैलाते थे। वे ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे लोगों की जानकारी जुटाते, जिनकी उम्र अधिक होने के बाद भी शादी नहीं हुई या पत्नी के निधन के बाद दूसरी शादी करना चाहते थे। ऐसे लोगों आसानी से जाल में फस जाते। 50 हजार से डेढ़ लाख रुपए लेकर शादी कराते और बाद में दुल्हन नकदी और जेवरात लेकर भाग जाती थी।
यहां से शुरू हुई ठगों की कहानी, हरकत में आई पुलिस
जैसीनगर टीआइ शशिकांत गुर्जर ने बताया, 15 फरवरी को सरखड़ी के लक्ष्मण सिंह ठाकुर ने दुल्हन पर धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी के अनुसार चनौआ की रजनी अहिरवार से शादी कराने का कहकर रहली के गुड्डू पटेल और उसके साथियों ने 50 हजार रुपए लेकर शादी कराई थी।
शादी के अगले ही दिन दुल्हन रजनी बिना बताए रुपए और जेवर लेकर भाग गई थी। पुलिस मामले में कई दिन से लुटेरी दुल्हन की तलाश कर रही थी। वह भोपाल भाग गई थी। इसके लिए दलाल गुड्डू पटेल से संपर्क किया।