सागरPublished: Oct 27, 2022 08:38:58 pm
sachendra tiwari
एक दर्जन से ज्यादा घटनाओं को दिया अंजाम
बीना. जीआरपी में ट्रेन में यात्रियों के साथ चोरी, लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने करीब एक दर्जन से ज्यादा घटनाओं को अंजाम देना कबूल किया है। आरोपियों से ढाई लाख कीमत के मोबाइल भी जब्त किए गए हैं।
जीआरपी थानाप्रभारी नितिन पटले ने बताया कि एसआरपी हितेश चौधरी, एएसपी अमित वर्मा, रेल डीएसपी शुभा श्रीवास्तव के मागदर्शन में लगातार अपराधियों की धरपकड़ की कार्रवाई की जा रही है। 25 अक्टूबर को तेजपाल राजपूत निवासी शिवाजी वार्ड स्टेशन से मोबाइल पर बात करते हुए अपने घर जा रहा था, तभी झांसी आउटर पर एक बदमाश धक्का देकर मोबाइल छुड़ाकर भाग गया था। मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर तलाश शुरू की गई। इसमें सायबर सेल, डिटेक्टिव शाखा की सहायता से मामले में वाजिद उर्फ जाहिद अली पिता मुनीब खान (25) निवासी खजनी जिला गोरखपुर यूपी को लूटे गए मोबाइल सहित गिरफ्तार किया गया। तलाशी लेने पर उसके बैग से 11 मोबाइल और मिले। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि करीब 12 दिन पहले हमसफर एक्सप्रेस में यात्री का मोबाइल चोरी करके भोपाल आउटर पर उतर गया था। साथ ही स्टेशन पर खड़ी ओखा एक्सप्रेस में मोबाइल चोरी किया। इसके बाद ओखा एक्सप्रेस से ही नौ अन्य यात्रियों के मोबाइल चोरी किए, जिन्हें जीआरपी ने आरोपी से बरामद किए हैं। 14 मार्च को कर्नाटका एक्सप्रेस में आशीष चौधरी निवासी बैंगलोर का मोबाइल अज्ञात चोर ने चोरी किया था। मामले में जांच के दौरान आरोपी सियाराम पिता मुन्नालाल माली (25) निवासी बागोर जिला सवाई मधोपुर राजस्थान को गिरफ्तार कर मोबाइल जब्त किया गया। इसके अलावा 17 मई को महामना एक्सप्रेस में भूपेन्द्र पिता बिहारीलाल अहिरवार (23) निवासी गिरहनी खिमलासा का मोबाइल चोरी गया था। मामले में जीआरपी ने राजेन्द्र पिता रामचंद्र बरार(25) निवासी धन्वारा जखौरा निवाली ललितपुर को गिरफ्तार कर मोबाइल जब्त किया गया है।
इनकी रही अहम भूमिका
आरोपी की गिरफ्तारी व माल बरामद करने में एसआइ स्वेता सोमकुंवर, एसआइ संतोष केरकेट्टा, जीआर मार्को, एएसआइ राकेश गर्ग, प्रधान आरक्षक अनिल तिवारी, मलखान सिंह, आरक्षक लवकुश सिंह, दर्शन तिवारी, शिवम तोमर, खिलानसिंह, राकेश नरवरिया, डिटेक्टिव यूनिट एएसआइ नरेन्द्र रावत, सायबर सेल आरक्षक शैलेन्द्र सिंह, आरपीएफ पोस्ट एएसआइ मुकीम खान, आरक्षक सत्यप्रकाश यादव की अहम भूमिका रही।