उदया तिथी में मनेगी तीज
पं. केशव महाराज ने बताया कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारंभ 10 अगस्त दिन मंगलवार को शाम 6 बजकर 5 मिनट से हो रहा है। यह तिथि 11 अगस्त दिन बुधवार को शाम 4 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, इस वर्ष हरियाली तीज का व्रत 11 अगस्त को रखा जाएगा। 11 अगस्त को शिव योग शाम 6 बजकर 28 मिनट तक है। शिव योग में हरियाली तीज का व्रत रखा जाएगा। इस दिन रवि योग भी सुबह 9.32 बजे से पूरे दिन रहेगा। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से दोपहर 3 बजकर 32 मिनट तक है।
पं. केशव महाराज ने बताया कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारंभ 10 अगस्त दिन मंगलवार को शाम 6 बजकर 5 मिनट से हो रहा है। यह तिथि 11 अगस्त दिन बुधवार को शाम 4 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, इस वर्ष हरियाली तीज का व्रत 11 अगस्त को रखा जाएगा। 11 अगस्त को शिव योग शाम 6 बजकर 28 मिनट तक है। शिव योग में हरियाली तीज का व्रत रखा जाएगा। इस दिन रवि योग भी सुबह 9.32 बजे से पूरे दिन रहेगा। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से दोपहर 3 बजकर 32 मिनट तक है।
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज के व्रत में महिलाएं हरे रंग की साड़ी, चूड़ी आदि पहनकर सोलह श्रृंगार करती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की विधि पूर्वक पूजा करके हरियाली तीज की कथा सुनती है। सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली होने के कारण इस व्रत में हरे रंग को प्रमुखता दी जाती है। सावन के दौरान सृष्टि में बदलाव की प्रक्रिया होती है। इसके अलावा भगवान शिव और माता पार्वती प्रकृति के काफी करीब होत्ते हैं। साथ ही उन्हें पृथ्वी का रंग बहुत प्रिय होता है। इसलिए इस व्रत में हरे रंग की प्रमुखता होती है।
हरियाली तीज के व्रत में महिलाएं हरे रंग की साड़ी, चूड़ी आदि पहनकर सोलह श्रृंगार करती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की विधि पूर्वक पूजा करके हरियाली तीज की कथा सुनती है। सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली होने के कारण इस व्रत में हरे रंग को प्रमुखता दी जाती है। सावन के दौरान सृष्टि में बदलाव की प्रक्रिया होती है। इसके अलावा भगवान शिव और माता पार्वती प्रकृति के काफी करीब होत्ते हैं। साथ ही उन्हें पृथ्वी का रंग बहुत प्रिय होता है। इसलिए इस व्रत में हरे रंग की प्रमुखता होती है।