सागरPublished: Apr 22, 2019 08:52:38 pm
anuj hazari
किए गए हैं लाखों रुपए खर्च
Hats made in the village were showpiece, not being used
बीना. ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार व्यवस्थित करने लिए लाखों रुपए खर्च कर हाट बाजार बनवाए गए हैं, लेकिन इनका उपयोग कुछ भी नहीं हो रहा है। खाली पड़े हाट बाजार देखरेख के अभाव में कुछ समय बाद जर्जर हो जाएंगे। आरइएस द्वारा ग्राम भानगढ़ और पतरिया आगासौद में मुख्यमंत्री हाट बाजार का निर्माण कराया गया है। जिसमें दुकानें और शेड बनाए गए हैं। दोनों जगह बाजार बनकर तैयार हो गए हैं और पंचायतों को हैंडओवर कर दिया गया है, लेकिन यहां दुकानें नहीं लग रही हैं। यदि इसी प्रकार यह हाट बाजार खाली पड़े रहे तो ग्रामीण इसका दूसरे कार्यों में उपयोग करने लगेंगे, जिससे पूरा शेड और दुकानें जर्जर हो जाएंगी। यहां देखरेख भी नहीं की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार एक भवन हाट बाजार 25 और दूसरा 27 लाख रुपए की लागत से बनाया गया है। लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी इनका उपयोग कुछ भी नहीं है। इस संबंध में आरइएस के अधिकारियों का कहना हैकि निर्माण के बाद हाट बाजार पंचायत के हैंडओवर कर दिया गया है।
दुकानदार नहीं दिखा रहे रुचि
ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें की संख्या कम होती हैऔर हाट बाजार भी नहीं लगते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा लोग फेरी लगाकर सामान बेचते हैं और जो भी स्थाई दुकानदार हैं वह इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में यहां हाट बाजार तैयार करने का कोई औचित्य नहीं है।
जहां जरूरत वहां नहीं दे रहे ध्यान
शहर में हाट बाजार बनाने की जरूरत सबसे ज्यादा है, लेकिन यहां कोई ध्यान देने वाला नहीं है। जिससे यहां रोड पर हाट बाजार लगता है, जिसमें करीब तीस सौ दुकानें लगती हैं। यदि यहां हाट बाजार बना दिया जाए तो शुक्रवार को यहां आने वाले दुकानदारों को परेशानी नहीं होगी और सुविधाएं भी मिलने लगेंगी।
इनका कहना है
गांव में हाट बाजार नहीं लगता हैऔर दुकानदार दुकानें लेने में रुचि भी नहीं ले रहे हैं। बाजार के लिए बनाए गई दुकानें, शेड का कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
रामसींग पटेल, सरपंच, भानगढ़