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हायर सेकंडरी स्कूल का भवन अधूरा, मीडिल स्कूल के कक्षों में लग रही कक्षाएं, विद्यार्थी हो रहे परेशान

locationसागरPublished: Jul 07, 2019 09:15:57 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

नहीं बढ़ पा रहे संकाय, विद्यार्थी परेशान

Higher Secondary School building incomplete, student disturbed

Higher Secondary School building incomplete, student disturbed

बीना. हायर सेकंडरी स्कूल आगासौद का भवन आरईएस विभाग द्वारा बनाया जा रहा हैऔर बजट के अभाव में इसका काम रुका हुआ है। भवन अधूरा होने के कारण कक्षाएं मीडिल स्कूल में लगाईजा रही हैं, जिससे विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। साथ ही संकाय भी नहीं बढ़ पा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी मनचाहे संकाय में पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
हाई और हायर सेकंडरी स्कूल में करीब 400 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन भवन पर्याप्त नहीं है। मीडिल स्कूल का पुराना भवन होने के कारण छत टपक रही है और कमरें भी छोटे हैं। फर्नीचर रखने तक के लिए भवन में जगह नहीं है। अधूरे भवन को पूर्ण करने की मांग कई बार की जा चुकी है, लेकिन बजट के अभाव में काम पूरा नहीं हो पा रहा है। जगह पर्याप्त न होने के कारण यहां 11 वीं और 12 वीं में सिर्फ आर्टऔर कॉमर्स संकायों में प्रवेश दिए जा रहे हैं। जबकि विद्यार्थी अन्य संकायों में भी प्रवेश लेना चाहते हैं। गणित विषय में कई होनहार विद्यार्थी हैं, लेकिन वह मजबूरी में आर्ट और कॉमर्स लेकर पढ़ रहे हैं। साइंस संकाय शुरू करने के लिए लैब की जरूरत पड़ेगी।
प्राचार्य कक्ष में रखी पुस्तकें
भवन में जगह न होने के कारण प्राचार्यकक्ष में पुस्तकें रख दी गई हैं, जिससे शिक्षकों तक को बैठने के लिए जगह नहीं है। एक कमरे में फर्नीचर और जिम का सामान रख दिया गया है। जगह के अभाव में सामान को सुरक्षित रखना भी मुश्किल है। यह स्कूल रिफाइनरी के बाजू से होने के बाद भी रिफाइनरी प्रबंधन द्वारा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि पतरिया स्कूल में रिफाइनरी द्वारा बाउंड्रीवॉल बनवाईगईहै।
12 पद, तीन स्थाई शिक्षक
स्कूल में भवन के साथ-साथ शिक्षकों के पद भी खाली पड़े हैं। 12 स्वीकृत पदों में से सिर्फ तीन स्थाईशिक्षक हैं। यहां अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही अध्यापन कार्य चलता है। 10 जुलाई से अतिथि शिक्षकों के आने के बाद पढ़ाई शुरू होगी। अभी दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की कक्षाएं व्यवस्थित नहीं लग पा रही हैं।
दे चुके हैं पत्र
भवन अधूरा होने के कारण हो रही परेशानियों के संबंध में बीईओ ऑफिस में आवेदन दे चुके हैं। साथ ही रिफाइनरी प्रबंधन से भी बात की है।
एमएल किरार, प्राचार्य, आगासौद स्कूल

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