एएसपी राजेश व्यास ने बताया कि शिलांग एसपी द्वारा दो दिन पहले सागर एसपी अमित सांघी को मोबाइल पर चर्चा कर उत्तर पूर्व की एक युवती को सागर के कटरा स्थित एक होटल में रखे जाने की सूचना दी थी। उन्होंने युवती से गलत काम कराने का अंदेशा भी जताया था। शिलांग एसपी की सूचना के बाद एसपी अमित सांघी ने निर्देश देकर तलाश कराई तो कोतवाली पुलिस ने कटरा स्थित सबलोक होटल के कमरा नंबर 107 से युवती को बरामद कर लिया। कमरे में डरी-सहमी करीब 21 वर्षीय युवती को थाने लाकर बात करने पर उसने बताया कि शिलांग में जूलिायना नाम की महिला से मुलाकात होने पर उसने नौकरी दिलाने का कहकर दिल्ली भेजा था। वहां सागर के बड़तूमा निवासी महिला मिली और वह एक दिन बाद उसे सागर ले आई। सागर में उस पर वैश्यावृत्ति करने का दबाव बनाया जा रहा था। परेशान होकर उसने किसी तरह शिलांग में अपने परिवार और पुलिस तक खबर पहुंचाई थी।
कोतवाली टीआइ राजेश बंजारे ने युवती को सुरक्षित बरामद करने के बाद एसपी सांघी को जानकारी दी जिसके बाद इस संबंध में शिलांग पुलिस को अवगत कराया गया। रविवार को शिलांग के लाइतुमखरा थाने से एसआइ अशोकराम और स्पेशल फोर्स से महिला आरक्षक इजेलिंग सिनकोन रवाना होने के बाद सोमवार शाम सागर पहुंचीं। यहां सीएसपी आरडी भारद्वाज और कोतवाली टीआइ द्वारा कार्रवाई के बाद युवती को शिलांग पुलिस की सुरक्षा में सौंप दिया गया। इसके साथ ही मकरोनिया टीआइ उपमा सिंह द्वारा बड़तूमा से हिरासत में ली गई आरोपी महिला को शिलांग पुलिस गिरफ्तार कर उसे अपने साथ ले गई है। जानकारी के अनुसार शिलांग पुलिस ने एक दिन पहले ही युवती को झांसा देकर सागर पहुंचाने वाली जूलियाना को दबोच लिया है। उससे अन्य युवती को झांसा देकर देश के अन्य भागों में पहुंचाने के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
ह्यूमन ट्रैफिकिंग का अंदेशा –
एएसपी राजेश व्यास के अनुसार सागर पुलिस की सतर्कता से शिलांग निवासी युवती को सुरक्षित बचा लिया गया है। उत्तर पूर्वी राज्यों में रोजगार के साधन नहीं होने से अन्य युवतियों-किशोरियों को झांसा देकर तस्करी का अंदेशा है। पुलिस द्वारा जिस युवती को बचाया गया है उसने बताया है कि उसे स्टोर में काम करने का झांसा दिया गया था। इसी तरह नौकरी के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।