scriptसेना ने फरवरी माह में दोबारा पानी मांगा तो बिगड़ जाएगा निगम का प्रबंधन | If the army asks for water again in February than SMC will face problm | Patrika News

सेना ने फरवरी माह में दोबारा पानी मांगा तो बिगड़ जाएगा निगम का प्रबंधन

locationसागरPublished: Jan 14, 2019 10:17:15 pm

पिछले वर्षों में सामने आ चुके हैं इस तरह के घटनाक्रम, 15 दिनों में पौन मीटर से ज्यादा खाली हुआ राजघाट, पिछले वर्ष की तुलना में कुछ सेंटीमीटर कम भी है राजघाट बांध में पानी

If the army asks for water again in February than SMC will face problm

If the army asks for water again in February than SMC will face problm

सागर. राजघाट पेयजल परियोजना से इस बार भी नगर निगम प्रशासन ने उसी समयावधि में पानी छोड़ा है जिसमें हर बार छोड़ा जाता है। दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह से पानी छोडऩे पर सेना फरवरी माह तक दोबारा पानी की डिमांड करने लगती है जिसके कारण हर वर्ष जिला प्रशासन को दखल देना पड़ता है। निगम के जिम्मेदारों ने इस बार फिर से वही गलती दोहरा दी है। विशेषज्ञों की माने तो फरवरी माह में सेना ने चितौरा एनीकेट तक पानी छोडऩे की यदि फिर से मांग कर दी तो फिर राजघाट बांध में पानी का प्रबंधन बिगड़ सकता है।


15 दिनों में लगभग पौन मीटर रीता है बांध
सेना को पानी छोडऩे का काम 29 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ था जो 13 जनवरी 2019 तक जारी रहा। इन 15 दिनों की समयावधि में सेना को चितौरा एनीकेट के लिए करीब 40 सेंटीमीटर पानी छोड़ा गया जबकि 2 सेंटीमीटर प्रतिदिन के हिसाब से शहर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। 15 दिनों में बांध से करीब 70 सेंटीमीटर पानी कम हुआ। विशेषज्ञों की माने तो पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब दस सेंटीमीटर से पानी कम बताया जा रहा है।

40 सेंटीमीटर में शहर को 20 दिनों तक होती जलापूर्ति
बरसात और ठंड के मौसम में शहर को राजघाट से करीब 2 सेंटीमीटर पानी ही प्रतिदिन सप्लाई किया जाता है। इस लिहाज से सेना को जितना पानी छोड़ा गया है उससे शहर को करीब 20 दिनों तक जलापूर्ति होती, जबकि गरमी के मौसम में करीब 10 दिनों तक जलापूर्ति होती।

फैक्ट फाइल
– 513.13 मीटर पर राजघाट से छोड़ा गया था पानी
– 512.46 मीटर पर हुआ बंद।
– 4 सेंटीमीटर से ज्यादा पानी औसतन प्रतिदिन हुआ खर्च
– 40 सेंटीमीटर सेना को दिया गया है पानी

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