सागरPublished: Apr 07, 2019 08:44:49 pm
sachendra tiwari
प्रशासन का नहीं डर
Illegal excavation of sand running in Betwa river
बीना. क्षेत्र में इन दिनों अवैध रेत का उत्खनन जोरों पर चल रहा हैऔर नदी को छलनी किया जा रहा है। उत्खनन करने वालों को प्रशासन का खौफ नहीं है और दिनरात रेत निकाल रहे हैं। अवैध उत्खनन से नदियों को छलनी तो किया ही जा रहा है और लाखों रुपए के राजस्व की हानि भी हो रही है। यहां बोट डालने की होड़ मच गईहै।
पिछले वर्ष लखाहर घाट पर कुछ लोगों द्वारा बोट मशीन डालकर लाखों रुपए की रेत बेची गईथी और यहां अब रेत निकालने की होड़ मची हुई है। यहां आलम यह है कि करीब पांच बोटें डालकर रेत निकाली जा रही है। नदी से प्रत्येक दिन सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत निकालकर शहर सहित दूसरी जगह बेची जा रही है और यह ट्रैक्टर-ट्रॉली शहर से ही गुजरते हैं, लेकिन इन्हें भी अधिकारियों द्वारा रोका नहीं जाता है। कभी कभार कार्रवाईकर कुछ ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त कर लिए जाते हैं और इसके बाद फिर परिवहन शुरू हो जाता है। यदि इसी प्रकार नदी पन उत्खनन चलता रहा तो नदियों का स्वरुप भी बिगड़ जाएगा। क्योंकि नदियों के घाटों पर मशीन से बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए गए हैं।
जगह-जगह लगे हैं मुखबिर
रेत उत्खनन करने वालों ने बीना से लेकर घाट तक अपने मुखबिर लगा रखे हैं। यदि कोईअधिकारी वहां जाने के लिए बीना से निकलते हैं तो उन्हें सूचना दे दी जाती हैऔर वहां से मशीनों को हटा दिया जाता है और वहां कुछ हाथ नहीं लगता है।
दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं मशीनें
कार्रवाईन होने के कारण अन्य लोग भी वहां बोट मशीन डालने की फिराक में हैं। मशीनों की संख्या में बढऩे से यहां विवाद की स्थिति भी बनने लगी है। पहले विवाद हो भी चुके हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालकों से मारपीट भी कर दी जाती है, जिससे वह दूसरे घाटों पर रेत खरीदने न जाएं। उत्खनन करने में नेता भी शामिल हैं।
करेंगे कार्रवाई
अभी चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त हैं। शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी।
केएल मीणा, एसडीएम, बीना