काउंटर से कम रेट पर गलियों में बिक रही शराब
शहर के मोतीनगर थाना क्षेत्र के राजीवनगर, मोहननगर, काकागंज, बड़ा बाजार, कैंट थाने के सदर, खुरई रोड, भगवानगंज, गोपालगंज थाने के अहमदनगर, तिली, सिविल लाइन और मकरोनिया क्षेत्र में ठेकों के अलावा गली-मोहल्लों में निर्धारित से २० से ५० रुपए तक कम दाम पर देशी-अंग्रेजी शराब बेची जा रही है। अवैध शराब के इस काले कारोबार पर रसूखदारों का हाथ होने से पुलिस भी सीधे तौर पर दबिश नहीं देती। यदि दबिश देती भी है तो यह केवल दिखावा ही होती है।
कार्रवाई के बाद फिर जम गए हाइवे पर ढाबे
तीन माह पहले पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त मुहिम चलाकर शहर और आसपास हाइवे पर स्थित उन ढाबों-गुमटियों को जमींदोज कर दिया था जहां पर अवैध शराब परोसी जाती थी। अवैध शराब के अड्डों पर आए दिन होने वाले विवाद की सूचनाएं पुलिस थानों तक पहुंच रही थीं। ढाबे पर शराब की उपलब्धता के कारण सड़क हादसों में भी इजाफा हो रहा था। इन सभी स्थितियों को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने ढाबों को हटा दिया था।
माफिया ने किशोरों को बनाया शराब का कैरियर
अवैध शराब का शहर और आसपास कारोबार इतना बढ़ गया है कि मुनाफे के चक्कर में माफिया हर स्तर पर रिस्क उठाने तैयार रहता है। पुलिस-आबकारी की नजर में सीधे तौर पर शराब की तस्करी न आए और माल भी कम से कम जब्त हो इसके लिए माफिया ने नया तरीका इजाद कर लिया है। शहर के मोहल्लों और गलियों में १० से १६ वर्ष आयु के बच्चों को कैरियर के रूप में तैयार कर उनके माध्यम से शराब बेची जा रही है।
अवैध शराब की प्रतिद्वंद्विता पर हो रही गोलीबारी
हाइवे पर स्थित ढाबों और होटलों पर अवैध शराब की प्रतिद्वंद्विता और इससे होने वाले मुनाफे के चक्कर में जिले में खूनी संघर्ष के कई मामले सामने आ चुके हैं। करीब आठ माह पहले फोरलेन हाइवे पर बाछलोन के नजदीक एक ढाबे पर विवाद के बाद फायरिंग में दो लोग जख्मी हो गए थे। वहीं करीब डेढ़ माह पहले मुगरयाऊ तिराहे पर दो ढाबा संचालकों में आपसी रंजिश के चलते हुए खूनी संघर्ष में ढाबे पर खाना खा रहे सचिव की गोली लगने से मौत हो गई थी जबकि ढाबा संचालक सहित दो लोग जख्मी हो गए थे।
अवैध शराब पर कार्रवाई जारी है। दुकानों से अनाधिकृत शराब बिक्री पर भी निगरानी कर रहे हैं। निर्वाचन से पहले नए सिरे से शराब और ठेकों से बिक्री का आंकलन कर कार्रवाई की जाएगी।
यशवंत धनौरा, सहायक आबकारी आयुक्त सागर