अतिक्रमण के चलते लंबे समय से चल रहा था विवाद
सागर
Published: April 24, 2022 08:34:43 pm
बीना. ग्राम दौलतपुर स्थित वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण दो पक्षों में लंबे समय से विवाद का कारण बना था और इसी विवाद के चलते जनवरी माह में एक हत्या भी हो चुकी है। विवाद को खत्म करने कलेक्टर के आदेश पर रविवार को सीमांकन कर अतिक्रमण हटवाया गया। वन विभाग की बीना नदी परियोजना में गई जमीन के बदले राजस्व विभाग ने 202 हेक्टेयर जमीन दी थी, लेकिन दौलतपुर के पास 28 हेक्टेयर में लोगों का अवैध कब्जा था, जो पूर्व में हुए सीमांकन के बाद भी नहीं हट पाया था। इसी जमीन पर कब्जे लेकर कंजिया और दौलतपुर के कुछ लोगों के बीच तनाव बना हुआ है। साथ ही जनवरी माह में कंजिया निवासी ज्ञानसिंह की हत्या का कारण भी यही जमीन बनी। शनिवार को दौलतपुर पहुंचे कलेक्टर, एसपी को भी गांव वालों ने वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण ही विवाद का कारण बताया था, जिसपर उन्होंने एसडीएम को जमीन का सीमांकन कराकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। रविवार को एसडीएम शैलेन्द्र सिंह, नायब तहसीलदार राघवेन्द्र पटेल ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की और 28 हेक्टेयर जमीन को कब्जा मुक्त कराकर वन विभाग के सुपुर्द की है। इसमें शिवचरण, प्रेमनारायण, देवीसिंह, भरत सिंह यादव, बुंदेल सिंह, राजेश सिंह का अतिक्रमण पाया गया। सीमा निर्धारित होने के बाद अब वन विभाग द्वारा वहां फेंसिंग कराई जाएगी। टीम में आरआइ विनोद चौरसिया, अखिलेश तिवारी, पांच पटवारी, थाना प्रभारी भानगढ़ लखन डाबर, एसडीओ वन विभाग हेमंत कुमार, रेंजर सीबी सिंह, चौकी प्रभारी कंजिया, डिप्टी रेंजर सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल शामिल था।
वन विभाग द्वारा नहीं दिया गया ध्यान
राजस्व विभाग द्वारा शुरुआत में ही जमीन का सीमांकन कर जमीन वन विभाग को सुपुर्द कर दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी वहां जमीन कब्जे में नहीं ले सके। साथ ही वहां लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए एसएएफ के जवान भी हैं, फिर भी पौधों को क्षति पहुंचाई गई और फेंसिंग को भी तोड़ा गया है। इसमें वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है।
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