सूर्य ग्रह के गोचर को संक्रांति के नाम से जाना जाता है और सूर्य जब मकर राशि में आता है तो उसे मकर संक्रांति कहते हैं। यह दिन धार्मिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन स्नान एवं दान का विशेष महत्व होता है। मकर राशि के जातकों को समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। बुध वक्री 14 जनवरी को ही शाम 05.10 बजे मकर राशि में बुध वक्री होंगे और फिर 4 फरवरी 2022, को सुबह 09.42 बजे अपनी वक्री चाल समाप्त करके मार्गी होंगे। ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, चातुर्यता, संचार, वाणी, गणित आदि का कारक माना जाता है। बुध वक्री का सर्वाधिक प्रभाव मकर राशि के जातकों पर पडऩे वाला है।
मंगल का धनु राशि में गोचर
मंगल ग्रह 16 जनवरी शनिवार को शाम 04.50 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में मंगल 26 फरवरी को शाम 04.08 बजे तक रहेंगे। मंगल ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में क्रोध, युद्ध, खेल, भूमि, रक्त आदि का कारक माना जाता है। यह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। मंगल का धनु राशि में गोचर होने इस समय धनु राशि के जातकों अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा।
शुक्र भी होंगे मार्गी
धन, ऐश्वर्य और समस्त प्रकार के भौतिक सुख प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह 29 जनवरी शनिवार को दोपहर 02.14 बजे मार्गी होंगे। शुक्र ग्रह 41 दिनों तक मार्गी अवस्था में रहेंगे। इस समय शुक्र देव धनु राशि राशि में वक्री अवस्था में है।