सर्दी के सीजन में फूल और बिना फूल वाले प्लांट्स और उनके बीज भी पसंद किए जा हरे हैं। इसमें पेंटास, आर्किड्स, बिगनोनिया और सफेद फूलोंं की बेल भी पसंद की जा रही है। गुलाब के नए पौधों को लगाने और उनकी कटिंग का भी यही समय है। ऐसे में गुलाब की कई वैरायटीज की कलमें भी खरीदी जा रही है। बाजार में 20 रुपए से ५०० रुपए तक के पौधे मिल रहे हैं। लोगों द्वारा सबसे ज्यादा डहेलिया, ट्यूलिप, गुलदाउगी, एस्टर, स्पाउज, केलीतोप, ग्लैंड आर्चित, थाइलैंड का मैरीगोल्ड ज्यादा पसंद किया जाता है।
चटख रंग वाले फूलों की मांग
सर्दियों में डहेलिया की करीब 50 से अधिक प्रजातियां बढ़ जाती हैं। लाल के साथ यह नीला, पीला, गुलाबी, बैंगन के साथ अन्य रंगों में मिलता है। सीजन में गुड़हल की वैरायटी भी कई रंगों में मिल रही हैं। नर्सरी संचालक पंकज ने बताया कि कि सर्दी के दौरान पौधों की खरीदारी बढ़ जाती है। इन दिनों गहरे और चटख रंगों के फूल देने वाले पौधों की मांग अधिक होती है। इसमें फोरविया और पॉइनसेटिया की मांग ज्यादा है। इसके कई तरह के शेड भी बाजार में हैं। उनका कहना है कि नर्सरी से जब पौधे घर में लगाएं तो गमले में मिट्टी, गोबर की खाद और रेत को बराबर मात्रा में लें। ध्यान रहे कि जब गमले में पौधा रोपें, तो मिट्टी गीली न हो। पौधा हमेशा शाम को रोपें और रोपने के बाद अच्छी तरह पानी दें। चार से पांच दिनों तक गमला छाया में रखें। सुबह-शाम पानी देते रहें। 15 दिन बाद दाने डाल दे।
महक रहा है घर-आंगन पदमाकर नगर कॉलोनी की निवासी शुचिता दुबे ने बताया कि सर्दियों में बागवानी करने का शौक है। घर के आंगन में कई तरह के फूल लगाएं हैं। गुलाब इन दिनों खिला रहता है। उन्होंने बताया कि फूल घर को सुंदर बनाते हैं और मन को शांति देते हैं। दुबे बताती हैं कि हर दिन कुछ समय वे अपनी बगिया के लिए रोज देती है। पूरे परिवार को बगीचे में बैठना पसंद है।