आयकर सूत्रों के अनुसार वित्तीय वर्ष के अंत में प्रतिष्ठानों द्वारा जमा किए गए रिटर्न और उनके कारोबार की स्थिति के चलते कर चोरी की आशंका के चलते सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है। अधिकारी इसी संदेह के चलते हिसाब-किताब और कारोबार के खरीद-बिक्री व स्टॉक का मिलान करते रहे। सर्वे दल ने प्रतिष्ठानों के बही खातों और बैंक अकाउंट की भी सूक्ष्य पड़ताल की है और यह मंगलवार को भी जारी रहने का अनुमान है।
30 से ज्यादा अधिकारी पुलिसकर्मी रहे शामिल
आयकर सर्वे के लिए पहुंचे दल में विभाग के करीब एक दर्जन अधिकारी और सहयोग के लिए २० से ज्यादा पुलिस जवान तैनात रहे। सर्वे दल १० वाहनों से एक साथ चार स्थानों पर पहुंचे और वहां पड़ताल
शुरू कर दी।
मार्च में भी हुआ था आयकर सर्वे
इससे पहले मार्च में आयकर सर्वे दलों ने शहर के डेढ़ दर्जन प्रतिष्ठानों के आय-व्यय का सर्वे किया था।
7 मार्च को शहर के कटरा-तिलकगंज क्षेत्र में तीन प्रतिष्ठानों पर सर्वे किया था। राठी एंड कंपनी, डायमंड एग्ज और महेश मेडिकल के हिसाब-किताब
को भी खंगालते हुए।
15 मार्च को भोपाल रोड स्थित पेट्रोल पंप व 16 मार्च को खुरई के तीन कृषि आदान एवं उपकरण फर्मों पर सर्वे कर उनसे 35 लाख रुपए से ज्यादा राशि कर चोरी मिलने पर सरेंडर कराई थी।
20 मार्च को कटरा मस्जिद के पास स्थित चावल-सुपारी के थोक विक्रेता फर्म रज्जीलाल एंड संस, एसआर ट्रेडर्स, अनिल ट्रेडर्स, सुभाष ट्रेडर्स और विमल ट्रेडर्स पर सर्वे कर उनसे ५५ लाख रुपए का जुर्माना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण कोष में जमा कराया गया था।