नया अध्याय शुरु करने का निर्णय
बैठक में कवि पद्माकर की जन्मस्थली से लेकर कैंट बोर्ड, सिविल लाइन, हॉक हिल पर संजय ड्राईव को जंतर मंतर दिल्ली की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा ऐरण, नौरादेही अभ्यारण्य, सानौधा झूला पुल, आपचंद की गुफाएं, विनायका का विष्णु मंदिर, रहली का सूर्य मंदिर, नाहर मऊ में नील सरोवर तालाब, बौद्ध स्तूप, राहतगढ़ व गढ़पहरा किला आदि पुरातन विरासत को सहेजने एवं संवारने का नया अध्याय शुरु करने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि नवबंर माह में महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन किया जाएगा जिसमें कला, संस्कृति, भाषा एवं व्यंजनों का समावेश होगा। बैठक में बताया गया कि द इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरीटेज एक गैर सरकारी संस्था है जो पिछले 35 साल से हिंदुस्तानी विरासत के बारे में जागरुकता और उसके संरक्षण का काम कर रही है। इसी के तहत सागर में भी एक चैप्टर खोले जाने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक, नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, समाजसेवी मीनाताई, एडम कर्नल कमांडेट मुनीष गुप्ता, इंटेक के शैलेन्द्र ठाकुर, डॉ. रजनीश जैन, अंजली भरथरी, मनीष चंद्रा आदि उपस्थित थे।
यह भी हुए निर्णय
– बुंदेली लोकगीत, नृत्य, व्यंजन एवं स्थलों की जानकारी बुकलेट में प्रकाशित करना।
– क्विज प्रतियोगिताएं पेंटिंग, पोस्टर, निर्माण।
– फूड कोर्ट में स्थानीय भोजन।
– हर माह हेरिटेज वॉक के लिए प्रशिक्षित गाइड की व्यवस्था।
– स्मार्ट सिटी के तहत महत्वपूर्ण स्थानों पर साइन बोर्ड में स्थल एवं उससे संबंधित जानकारी देना।
– वॉल पेंटिंग को बढ़ावा।
– लाईट एवं म्यूजिक शो की व्यवस्था।
– सोशल मीडिया एवं अन्य प्लेटफार्म पर जानकारी साझा करना ।
– रिटायर्ड प्रोफेसर से जानकारी संकलित करने में सहयोग।
– प्रदर्शनी, मेले, बस स्टैंड रेलवे स्टेशन में स्थलों को प्रदर्शित करना।