scriptकेंद्रीय जेल में प्रभु की भक्ति में झूमकर नाचे कैदी, भगवान का किया अभिषेक | jain samaj | Patrika News

केंद्रीय जेल में प्रभु की भक्ति में झूमकर नाचे कैदी, भगवान का किया अभिषेक

locationसागरPublished: Feb 17, 2020 08:42:39 pm

भारत को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में हो रहा आयोजन : ब्र. संजीव भैया

केंद्रीय जेल में प्रभु की भक्ति में झूमकर नाचे कैदी, भगवान का किया अभिषेक

केंद्रीय जेल में प्रभु की भक्ति में झूमकर नाचे कैदी, भगवान का किया अभिषेक

सागर. समवशरण विधान के दूसरे दिन सोमवार को भगवान की आरधना में कैदी भाइ लीन नजर आए। यहां उन्हें भगवान के अभिषेक और पूजन का अवसर प्राप्त हुआ और पूरे जेल में भक्तीमय माहौल बन गया। प्रात: कालीन बेला में जब कुछ बंदी भाइयों को भगवान के अभिषेक करने का पुण्य शाली अवसर प्राप्त हुआ तब भगवान के ऊपर जल की धारा छोड़ते ही उन बंदियों की आंखों से अश्रु धारा निकल पड़ी।केंद्रीय जेल सागर में यह आयोजन सक्रिय सम्यक दर्शन सहकार संघ के द्वारा पूर्व डीएसपी रेखा दीदी ,ब्रह्मचारी डॉ. नीलम जैन एवं ब्रह्म. डॉ अमित जैन के संयोजन में विधानाचार्य ब्रह्मचारी संजीव भैया एवं अरुण भैया कटंगी के द्वारा कराया जा रहा है। केंद्रीय जेल में जहां गुरुवर स्वयं पधार चुके हैं वहां उन्होंने बंदी भाइयों के हृदय की भावना को महसूस किया था। मुनिसेवा समिति के मनोज जैन लालो ने बताया कि सोमवार को ब्रह्मचारी संजीव भैया ने बंदी भाइयों से हिंसा नहीं करने ,चोरी नहीं करने ,पर स्त्री सेवन नहीं करने, झूठ नहीं बोलने एवं मांस मदिरा का सेवन नहीं करने के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। संजीय भैया ने कहा कि ये यह सभी नरक के कारण हैं यदि हम सप्त व्यसन का सेवन करते हैं तो असंख्यात वर्ष की आयु लेकर हमें नरक जाना पड़ेगा। रेखा दीदी ने बंदियों को मंदिर एवं भगवान के भक्तों की चोरी नहीं करने का संकल्प दिलाया। अरुण भैया ने बताया इस अनुष्ठान से अपराधियों को अपने द्वारा किए गए अपराधों का बोध हो रहा है। साथ ही शुभ संकल्प करके अपराध से हमेशा के लिए मुक्त होने की भावना व्यक्त कर रहे हैं। उनका सात्विक संकल्प उनके परिवार में खुशहाली लाने में कारगर सिद्ध होगा। विधान का उद्देश्य अपराधियों को जीवन में दोबारा अपराध ना करने एवं भारतवर्ष को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।आज समवशरण विधान में सक्रिय सम्यक दर्शन सहकार संघ के ट्रस्टी दीपक भैया और पदम भैया इंदौर से पधारे। दीपक भैया ने बताया कि आचार्य गुरुदेव ने सागर केंद्रीय जेल में चल रहे समवसरण विधान में शामिल सभी बंदीजनो को विशेष आशीर्वाद भेजा है। गुरुवर का आशीर्वाद पाकर सभी बंदी भाई भाव विभोर हो गए। आज की पूजन में जिन बंदियों का शाकाहार का नियम है उन्होंने अष्ट द्रव्य से भगवान की पूजन की एवं पूरी जेल का वातावरण भक्तिमय हो गया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो