यह है जंक फूड
जंक फूड आमतौर पर विश्वभर में चिप्स, कैंडी जैसे अल्पाहार को कहा जाता है। बर्गर, पिज्जा जैसे तले-भुने फास्ट फूड को भी जंक फूड की संज्ञा दी जाती है तो कुछ समुदाय जाइरो, तको, फिश और चिप्स जैसे शास्त्रीय भोजनों को जंक फूड मानते हैं। इस श्रेणी में क्या-क्या आता है, ये कई बार सामाजिक दर्जे पर भी निर्भर करता है। उच्चवर्ग के लिए जंक फूड की सूची काफी लंबी होती है तो मध्यम वर्ग कई खाद्य पदार्थो को इससे बाहर रखते हैं। कुछ हद तक यह सही भी है, खासकर शास्त्रीय भोजन के मामले में। सदियों से पारंपरिक विधि से तैयार होने वाले ये खाद्य पदार्थ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
ये हैं नुकसान –
मोटापा
जंक फूड वसायुक्त होता है। अतिरिक्त वसा से लोग मोटापा और ओबेसिटी के शिकार होते हैं। मोटापा भी बढ़ता है।
थकान
जंक फूड भूख मिटाते हैं, लेकिन इसमें जरूरी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेड नहीं होता है। जिसके कारण आपको थकान महसूस होती है।
डिप्रेशन
यूथ में भी जंक फूड का बहुत चलन है। इससे शरीर का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है। इस वजह से स्वभाव और मन के भाव भी बदलाव आता है।
एसीडिटी
जंक फूड का अधिक सेवन करने से पाचन शक्ति कमजोर होने लगती है और पेट की गड़बड़ी जिंदगी का हिस्सा बन जाती है।