सागरPublished: Oct 11, 2019 09:22:11 pm
sachendra tiwari
ग्राम खिमलासा में बनाई गई है उप मंडी
Khimalasa mandi is unable to operate
बीना. खिमलासा क्षेत्र के किसानों को सुविधा देने के लिए बुंदेलखंड पैकेज के तहत उप कृषि उपज मंडी करीब एक करोड़ रुपए खर्च कर बनाई गई है, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी मंडी शुरू नहीं हो पाई है, जिससे किसान परेशान हैं। यहां व्यापारी भी जाने तैयार नहीं हैं।
खिमलासा सहित आसपास के दर्जनों गांवों के किसान अपनी उपज बेचने के लिए बीना मंडी आते हैं, जिससे खर्च ज्यादा हो जाता है। जबकि खिमलासा में ही उप मंडी बनाई गई है, लेकिन यहां डाक नहीं होती। यहां मंडी में टीनशेड सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं और दो कर्मचारी भी नियुक्त हैं, लेकिन व्यापारियों के न पहुंचने से डाक नहीं हो पा रही हैं। कई बार इस मंडी को शुरू करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह प्रयास सफल नहीं हो पाए। पिछले सालों में भी यहां डाक के लिए दिन निर्धारित किए गए थे और डाक का शुभारंभ भी हुआ था, लेकिन कुछ दिनों में ही डाक बंद हो गई थी।
अनाज रखने नहीं पर्याप्त गोदाम
उप मंडी में व्यापारियों को अनाज रखने के लिए पर्याप्त गोदामें नहीं बनाई गई हैं, जिससे व्यापारी मंडी में नहीं जाना चाहते हैं। वह जो भी अनाज खरीदते हैं उसका भाड़ा देकर बीना ही लाना पड़ता है, जिससे व्यापारियों को नुकसान होता है। मंडी में सिर्फ एक गोदाम हैं जो एक ही व्यापारी को दी जा सकती है। जबकि बीना मंडी में व्यापारियों को दुकानों के साथ में ही गोदाम उपलब्ध कराई गई हैं। ऐसी ही व्यवस्था वह खिमलासा में चाह रहे हैं।
बीना मंडी में होते हैं किसान परेशान
रबी और खरीफ सीजन की फसल की ज्यादा आवक होने पर बीना मंडी में किसान परेशान हो जाते हैं और डाक के लिए इंतजार करना पड़ता है। यदि उप मंडी में डाक शुरू हो जाएं तो बीना मंडी में किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि उस क्षेत्र के किसानों को यहां नहीं आना पड़ेगा।
नए लायसेंस देने का कर रहे हैं प्रयास
वर्तमान में खिमलासा मंडी में तीन लायसेंसधारी व्यापारी हैं, जिसमें से एक काम नहीं करता है। अब वहां अन्य व्यापारियों को लायसेंस देने के प्रयास किए जा रहे हैं। लायसेंस बनने के बाद वहां गोदाम भी तैयार करा दी जाएंगी। अभी बंद मंडी में गोदाम नहीं बनाई जा सकती हैं।
बीएस तोमर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बीना