रोग के ज्ञान के बिना रोगी की चिकित्सा व्यर्थ है: आचार्यश्री
आचार्यश्री ने कहा कि आयुर्वेद को लेकर आजकल चर्चा बहुत होने लगी है। रोगी की चिकित्सा होती है जबकि चिकित्सा तो रोग की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रोग के ज्ञान के बिना रोगी की चिकित्सा व्यर्थ है। आचार्यश्री सागर जिले के अतिशय क्षेत्र पटनागंज में कई दिनों से विराजमान हैं।
आचार्यश्री ने कहा कि आयुर्वेद को लेकर आजकल चर्चा बहुत होने लगी है। रोगी की चिकित्सा होती है जबकि चिकित्सा तो रोग की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रोग के ज्ञान के बिना रोगी की चिकित्सा व्यर्थ है। आचार्यश्री सागर जिले के अतिशय क्षेत्र पटनागंज में कई दिनों से विराजमान हैं।
देश भर से आ रहे श्रद्धालु
आचार्यश्री के दर्शन के लिए देश भर से सागर जिले के पटनागंज पहुंच रहे हैं। इसके पूर्व आचार्यश्री दमोह जिले के कुण्डलपुर में विराजमान थे, जहां पंचकल्याणक महामहोत्सव का आयोजन किया गया था जिसमें देश भर से लाखों लोग शामिल हुए थे। दशकों के बाद आचार्यश्री इतने लंबे समय तक बुंदेलखंड में विराजमान हैं जिसके कारण पटनागंज क्षेत्र में धर्ममय माहौल बना हुआ है।
आचार्यश्री के दर्शन के लिए देश भर से सागर जिले के पटनागंज पहुंच रहे हैं। इसके पूर्व आचार्यश्री दमोह जिले के कुण्डलपुर में विराजमान थे, जहां पंचकल्याणक महामहोत्सव का आयोजन किया गया था जिसमें देश भर से लाखों लोग शामिल हुए थे। दशकों के बाद आचार्यश्री इतने लंबे समय तक बुंदेलखंड में विराजमान हैं जिसके कारण पटनागंज क्षेत्र में धर्ममय माहौल बना हुआ है।