scriptvideo: जानें यहां ट्रेन के गार्ड ने क्यों कहा कि नहीं ले जाएंगे आगे ट्रेन, पढ़ें खबर | Know why the guard of the train said that the train will not be carrie | Patrika News

video: जानें यहां ट्रेन के गार्ड ने क्यों कहा कि नहीं ले जाएंगे आगे ट्रेन, पढ़ें खबर

locationसागरPublished: Oct 14, 2019 08:48:07 pm

Submitted by:

anuj hazari

स्थानीय अधिकारियों से हुई बहस

Know why the guard of the train said that the train will not be carried forward

Know why the guard of the train said that the train will not be carried forward

बीना. ट्रेनों में आए दिन किसी न किसी के साथ विवाद होने के मामले सामने आते रहते हैं ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया है। जब झेलम एक्सप्रेस के दिव्यांग कोच में सामान्य यात्रियों के सफर करने के कारण दिव्यांग यात्रियों के लिए जगह नहीं मिली और विवाद हुआ तो उन्होंने प्लेटफॉर्म पर ही कई बार चैन पुलिंग कर दी, जिससे गुस्साए ट्रेन के गार्ड ने ट्रेन आगे ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ट्रेन को करीब दस मिनट बाद झांसी की ओर रवाना किया गया। दरअसल सोमवार को सुबह सवा 11 बजे ट्रेन नंबर 11077 झेलम एक्सप्रेस स्टेशन पहुंची। जिसमें गार्ड के डिब्बे के आगे लगे दिव्यांग कोच में दिव्यांग यात्रियों के लिए पैर रखने के लिए भी जगह नहीं थी, जिसके कारण उनमें से एक दिव्यांग यात्री ने स्टेशन से ट्रेन को आगे नहीं बढऩे दिया और बार-बार चैन पुलिंग की ताकि आरपीएफ की मदद से सामान्य यात्रियों के लिए टे्रन से नीचे उतारा जा सके। इसके बाद आरपीएफ मौके पर पहुंची और दिव्यांग यात्रियों को छोड़कर बाकी सभी यात्रियों के लिए कोच से बाहर कर दिया। इटारसी से झांसी तक ट्रेन ले जाने वाले गार्ड पीके साहू ने ट्रेन को आगे ले जाने से मना कर दिया है। यह देख डिप्टी एसएस एसके पंथी मौके पर पहुंचे और गार्ड को ट्रेन आगे बढ़ाने के लिए कहा, लेकिन गार्ड ने ट्रेन ले जाने से साफ मना कर दिया। वहीं गार्ड का कुछ स्थानीय अधिकारियों से भी इस बात को लेकर विवाद हो गया।
यात्रियों ने पैरदान व टॉयलेट में बैठकर की यात्रा
झेलम एक्सप्रेस में हमेशा ही यात्रियों की भीड़ रहती है इस स्थिति में जब कई यात्रियों को दिव्यांग कोच से बाहर किया गया तो वह अन्य कोच में चढ़ गए, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण उन्हें पैरदान व टॉयलेट में बैठकर यात्रा करनी पड़ी। यहां सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बच्चों के लिए हुई।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो